Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Apr 2020 · 1 min read

चिडिय़ा रानी

*******चिड़िया रानी******
**********************
चिड़िया रानी चिड़िया रानी
चिड़िया रानी बहुत सियानी

रंग – बिरंगे हैं पँख तुम्हारे
दिल को भाते खूब हमारे

हर रोज सुबह तुम आती हो
प्यारा संदेश तुम लाती हो

दाना चुगने तुम आती हो
चीं चीं कर गाना गाती हो

चिड़े राजा साथ साथ खड़े
खाते दही बड़े खड़े – खड़े

अकेली नहीं तुम आती हो
मधुरिम राग तुम सुनाती हो

आँखे तेरी प्यारी – प्यारी
तारक जैसी चमकें प्यारी

पास तेरे आना चाहते
देख हमें तुम फुर हो जाते

गले में सुंदर मोती माला
डाली हो जैसे वरमाला

सुखविंद्र है आजाद परिंदा
मनमोहक भावुक परिंदा

भू पर कब वापिस आओगी
कब मधुरिम राग सुनाओगी
**********************

सुखविंद्र सिंह मनसीरत
अंग्रेजी प्राध्यापक
रा.उ..वि.खेड़ी सिम्बल वाली

Language: Hindi
426 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

तड़प
तड़प
sheema anmol
मन होता है मेरा,
मन होता है मेरा,
Dr Tabassum Jahan
#लघुकविता-
#लघुकविता-
*प्रणय*
दोहा
दोहा
Shriyansh Gupta
*रामपुर रियासत में बिजली के कनेक्शन*
*रामपुर रियासत में बिजली के कनेक्शन*
Ravi Prakash
बुद्ध पूर्णिमा विशेष:
बुद्ध पूर्णिमा विशेष:
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
हुआ दर्द से प्यार
हुआ दर्द से प्यार
Mahesh Jain 'Jyoti'
पंकज बिंदास कविता
पंकज बिंदास कविता
Pankaj Bindas
स्वार्थ से परे
स्वार्थ से परे
Seema gupta,Alwar
डमरू वर्ण पिरामिड
डमरू वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
मनुष्य जीवन - एक अनसुलझा यक्ष प्रश्न
मनुष्य जीवन - एक अनसुलझा यक्ष प्रश्न
Shyam Sundar Subramanian
खुद को पाने में
खुद को पाने में
Dr fauzia Naseem shad
मुक्तक
मुक्तक
अवध किशोर 'अवधू'
मजदूर है हम
मजदूर है हम
Dinesh Kumar Gangwar
बल से दुश्मन को मिटाने
बल से दुश्मन को मिटाने
Anil Mishra Prahari
चार लोग क्या कहेंगे?
चार लोग क्या कहेंगे?
करन ''केसरा''
"इंसान की फितरत"
Yogendra Chaturwedi
जिंदा होने का सबूत
जिंदा होने का सबूत
Dr. Pradeep Kumar Sharma
चुनाव के खेल
चुनाव के खेल
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
फूलों की बात हमारे,
फूलों की बात हमारे,
Neeraj Agarwal
आकुल बसंत!
आकुल बसंत!
Neelam Sharma
4052.💐 *पूर्णिका* 💐
4052.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
****** प्रिय मित्रों का वंदन करते हैँ *****
****** प्रिय मित्रों का वंदन करते हैँ *****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
डर
डर
अखिलेश 'अखिल'
Nowadays doing nothing is doing everything.
Nowadays doing nothing is doing everything.
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पहले देखें, सोचें,पढ़ें और मनन करें,
पहले देखें, सोचें,पढ़ें और मनन करें,
DrLakshman Jha Parimal
नई शिक्षा
नई शिक्षा
अंजनीत निज्जर
प्यार
प्यार
Mansi Kadam
क्या वाकई हिंदुस्तान बदल रहा है?
क्या वाकई हिंदुस्तान बदल रहा है?
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
देख तिरंगा मन डोला
देख तिरंगा मन डोला
Pratibha Pandey
Loading...