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3 Sep 2021 · 1 min read

मुक्तक

शेर सिंह गीता के ज्ञाता
पढ़ते किशन कुरान बंधुओं |
रसिक श्याम पर रचना रचते
रच – रच कर रसखान बंधुओं |
रामरतन , रहमान मिलाए
हाथ जहां तसरीफ़ ला रहे,
उस मिट्टी को नमन
वही है अपना हिंदुस्तान बंधुओं |

अवधकिशोर ‘अवधू’
मो. न.-9918854285

Language: Hindi
416 Views
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