Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Sep 2016 · 1 min read

चाह

चाह है
आज कुछ लिखूँ तुम पर
पर क्या
कविता ,छन्द या दोहा
कविता से भी सरस तुम
मुक्तक से स्वच्छन्द तुम
चाह है कुछ लिखूँ
तुम मेरे प्रिय हो
मुझे बडे अजीज हो
लेकिन
महाकाव्य या खण्डकाव्य
लिखूँ मन ने चाह
अभी तो तुमने
दी दस्तक
मेरी जिन्दगी में
बाकी है
तुमको बरतना
जुटा रही हूँ मैं
काव्य साम्रगी
कुछ नजदीकिया
तुम्हारे साथ पूरी
अभी कुछ है बाकी
खण्ड खण्ड जोड
तुम्हारे जीवन का
लिखूँ मैं खण्डकाव्य
तुम भी हो अनावृत
सबकुछ है साफ साफ
रहस्य की परतें खोल
ना करना अब तुम
आँख मिचौली
क्योंकि मैं तुमको
अब समझने लगी हूँ
पढने लगी हूँ
बीते दिन की करतूत
फिर ना दोहरा देना
जैसा कहूँ
मेरा कहना मान लेना
क्योंकि अब तुम
मेरे पन्नों में हो
मेरी लेखनी में
जैसे सूरज उदित
होता वैसे आना
तुम्हारा होता
फिर विलुप्त हो जाते
अगले आगमन तक
कितना कष्टदायी है
आना जाना तुम्हारा
फिर कैसे हो पूरा
मेरा यह खण्डकाव्य
शुक्रिया तुम्हे
मेरे खण्डकाव्य का
विषय हो तुम
दूर सफर है
मन चंचल ना करना
हाथ मेरा जो थामा
सदा सदा सदा

डॉ मधु त्रिवेदी

Language: Hindi
73 Likes · 394 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
उदास देख कर मुझको उदास रहने लगे।
उदास देख कर मुझको उदास रहने लगे।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
दिये को रोशन बनाने में रात लग गई
दिये को रोशन बनाने में रात लग गई
कवि दीपक बवेजा
हसरतें पाल लो, चाहे जितनी, कोई बंदिश थोड़े है,
हसरतें पाल लो, चाहे जितनी, कोई बंदिश थोड़े है,
Mahender Singh
बचपन याद किसे ना आती💐🙏
बचपन याद किसे ना आती💐🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
बाल कविता : रेल
बाल कविता : रेल
Rajesh Kumar Arjun
सत्य की विजय हुई,
सत्य की विजय हुई,
Sonam Puneet Dubey
"" वार दूँ कुछ नेह तुम पर "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
किस्सा
किस्सा
Dr. Mahesh Kumawat
3932.💐 *पूर्णिका* 💐
3932.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
हिन्दी दोहा-पत्नी
हिन्दी दोहा-पत्नी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Midnight success
Midnight success
Bidyadhar Mantry
"जगह-जगह पर भीड हो रही है ll
पूर्वार्थ
Labour day
Labour day
अंजनीत निज्जर
भूख
भूख
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
" मत सोचना "
Dr. Kishan tandon kranti
पारिवारिक संबंध, विश्वास का मोहताज नहीं होता, क्योंकि वो प्र
पारिवारिक संबंध, विश्वास का मोहताज नहीं होता, क्योंकि वो प्र
Sanjay ' शून्य'
ख़ाइफ़ है क्यों फ़स्ले बहारांँ, मैं भी सोचूँ तू भी सोच
ख़ाइफ़ है क्यों फ़स्ले बहारांँ, मैं भी सोचूँ तू भी सोच
Sarfaraz Ahmed Aasee
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
Udaan Fellow Initiative for employment of rural women - Synergy Sansthan, Udaanfellowship Harda
Udaan Fellow Initiative for employment of rural women - Synergy Sansthan, Udaanfellowship Harda
Desert fellow Rakesh
समय
समय
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हिन्दी सूरज नील गगन का
हिन्दी सूरज नील गगन का
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
"Battling Inner Demons"
Manisha Manjari
!! हे उमां सुनो !!
!! हे उमां सुनो !!
Chunnu Lal Gupta
मोल
मोल
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
"अनपढ़ी किताब सा है जीवन ,
Neeraj kumar Soni
दो
दो
*प्रणय*
Rainbow on my window!
Rainbow on my window!
Rachana
पुलवामा अटैक
पुलवामा अटैक
लक्ष्मी सिंह
"वक्त इतना जल्दी ढल जाता है"
Ajit Kumar "Karn"
अब यह अफवाह कौन फैला रहा कि मुगलों का इतिहास इसलिए हटाया गया
अब यह अफवाह कौन फैला रहा कि मुगलों का इतिहास इसलिए हटाया गया
शेखर सिंह
Loading...