Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Apr 2024 · 1 min read

ज़िन्दगी सोच सोच कर केवल इंतजार में बिता देने का नाम नहीं है

ज़िन्दगी सोच सोच कर केवल इंतजार में बिता देने का नाम नहीं है, बल्कि अपनी सामर्थ्य के अनुसार इसे सफल बनाने का नाम है।

पारस नाथ झा

22 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Paras Nath Jha
View all
You may also like:
काश
काश
लक्ष्मी सिंह
कुछ याद बन
कुछ याद बन
Dr fauzia Naseem shad
मतिभ्रष्ट
मतिभ्रष्ट
Shyam Sundar Subramanian
धैर्य.....….....सब्र
धैर्य.....….....सब्र
Neeraj Agarwal
इतनी जल्दी क्यूं जाते हो,बैठो तो
इतनी जल्दी क्यूं जाते हो,बैठो तो
Shweta Soni
चक्षु सजल दृगंब से अंतः स्थल के घाव से
चक्षु सजल दृगंब से अंतः स्थल के घाव से
Er.Navaneet R Shandily
ना छीनो जिंदगी से जिंदगी को
ना छीनो जिंदगी से जिंदगी को
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
हाय.
हाय.
Vishal babu (vishu)
*खो दिया सुख चैन तेरी चाह मे*
*खो दिया सुख चैन तेरी चाह मे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
फिर से अरमान कोई क़त्ल हुआ है मेरा
फिर से अरमान कोई क़त्ल हुआ है मेरा
Anis Shah
बहुत सी बातें है, जो लड़के अपने घरवालों को स्पष्ट रूप से कभी
बहुत सी बातें है, जो लड़के अपने घरवालों को स्पष्ट रूप से कभी
पूर्वार्थ
দারিদ্রতা ,রঙ্গভেদ ,
দারিদ্রতা ,রঙ্গভেদ ,
DrLakshman Jha Parimal
यशोधरा के प्रश्न गौतम बुद्ध से
यशोधरा के प्रश्न गौतम बुद्ध से
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
करो तारीफ़ खुलकर तुम लगे दम बात में जिसकी
करो तारीफ़ खुलकर तुम लगे दम बात में जिसकी
आर.एस. 'प्रीतम'
बरस  पाँच  सौ  तक रखी,
बरस पाँच सौ तक रखी,
Neelam Sharma
Wishing you a Diwali filled with love, laughter, and the swe
Wishing you a Diwali filled with love, laughter, and the swe
Lohit Tamta
बहाना मिल जाए
बहाना मिल जाए
Srishty Bansal
नीरज…
नीरज…
Mahendra singh kiroula
" आज भी है "
Aarti sirsat
2991.*पूर्णिका*
2991.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
डूबा हर अहसास है, ज्यों अपनों की मौत
डूबा हर अहसास है, ज्यों अपनों की मौत
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जागो जागो तुम सरकार
जागो जागो तुम सरकार
gurudeenverma198
■ आज का शेर
■ आज का शेर
*Author प्रणय प्रभात*
मेरे हृदय ने पूछा तुम कौन हो ?
मेरे हृदय ने पूछा तुम कौन हो ?
Manju sagar
"फासले उम्र के" ‌‌
Chunnu Lal Gupta
तू दूरबीन से न कभी ढूँढ ख़ामियाँ
तू दूरबीन से न कभी ढूँढ ख़ामियाँ
Johnny Ahmed 'क़ैस'
संग दीप के .......
संग दीप के .......
sushil sarna
श्रमिक दिवस
श्रमिक दिवस
Bodhisatva kastooriya
आप समझिये साहिब कागज और कलम की ताकत हर दुनिया की ताकत से बड़ी
आप समझिये साहिब कागज और कलम की ताकत हर दुनिया की ताकत से बड़ी
शेखर सिंह
अगर नाम करने का वादा है ठाना,
अगर नाम करने का वादा है ठाना,
Satish Srijan
Loading...