चार कदम चलने को मिल जाता है जमाना
अपना ही ख़ैर करने लगती है जिन्दगी;
Living life now feels like an unjust crime, Sentenced to a world without you for all time.
जीवन में सफलता पाने के लिए तीन गुरु जरूरी हैं:
अभी सत्य की खोज जारी है...
Vishnu Prasad 'panchotiya'
बेचारा जमीर ( रूह की मौत )
बिटिया घर की ससुराल चली, मन में सब संशय पाल रहे।
भीगी फिर थीं भारी रतियाॅं!
दर्द तन्हाई मुहब्बत जो भी हो भरपूर होना चाहिए।
हमें भी देख जिंदगी,पड़े हैं तेरी राहों में।
माॅ॑ बहुत प्यारी बहुत मासूम होती है
ख्वाबों में मेरे इस तरह न आया करो