Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Feb 2024 · 1 min read

2991.*पूर्णिका*

2991.*पूर्णिका*
🌷 मुफ्त मिली चीजों का कदर नहीं होता
212 22 22 22 22
मुफ्त मिली चीजों का कदर नहीं होता ।
मतलबी ये दुनिया असर नहीं होता ।।
है बड़े जालिम आज जमाना सच में।
देख यूं साथ गुजर बसर नहीं होता ।।
चोट लगती है तो खूब लगे हरदम।
सफर में कोई हमसफर नहीं होता ।।
बस कटे गरदन अपने परवाह किसे।
प्यार में देखो दिल शजर नहीं होता ।।
भूल जाते हैं अपना समझे खेदू।
बेहया पाक यहाँ नजर नहीं होता ।।
…….✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
08-02-2024गुरुवार

72 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सावन मे नारी।
सावन मे नारी।
Acharya Rama Nand Mandal
2450.पूर्णिका
2450.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
सपनों का राजकुमार
सपनों का राजकुमार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
अरमान
अरमान
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
आजा कान्हा मैं कब से पुकारूँ तुझे।
आजा कान्हा मैं कब से पुकारूँ तुझे।
Neelam Sharma
मैंने खुद के अंदर कई बार झांका
मैंने खुद के अंदर कई बार झांका
ruby kumari
- अब नहीं!!
- अब नहीं!!
Seema gupta,Alwar
🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀
🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀
subhash Rahat Barelvi
फाग (बुंदेली गीत)
फाग (बुंदेली गीत)
umesh mehra
#शुभ_दिवस
#शुभ_दिवस
*Author प्रणय प्रभात*
नए पुराने रूटीन के याचक
नए पुराने रूटीन के याचक
Dr MusafiR BaithA
धोखा
धोखा
Paras Nath Jha
नम आँखे
नम आँखे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
तुम-सम बड़ा फिर कौन जब, तुमको लगे जग खाक है?
तुम-सम बड़ा फिर कौन जब, तुमको लगे जग खाक है?
Pt. Brajesh Kumar Nayak
चुनाव 2024....
चुनाव 2024....
Sanjay ' शून्य'
कोशिश करना छोरो मत,
कोशिश करना छोरो मत,
Ranjeet kumar patre
हर विषम से विषम परिस्थिति में भी शांत रहना सबसे अच्छा हथियार
हर विषम से विषम परिस्थिति में भी शांत रहना सबसे अच्छा हथियार
Ankita Patel
सुरमाई अंखियाँ नशा बढ़ाए
सुरमाई अंखियाँ नशा बढ़ाए
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"कयामत का नशा"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रकृति ने चेताया जग है नश्वर
प्रकृति ने चेताया जग है नश्वर
Buddha Prakash
हर रिश्ता
हर रिश्ता
Dr fauzia Naseem shad
आओ मिलकर हंसी खुशी संग जीवन शुरुआत करे
आओ मिलकर हंसी खुशी संग जीवन शुरुआत करे
कृष्णकांत गुर्जर
अगले बरस जल्दी आना
अगले बरस जल्दी आना
Kavita Chouhan
अवधी स्वागत गीत
अवधी स्वागत गीत
प्रीतम श्रावस्तवी
जाने कैसे आँख की,
जाने कैसे आँख की,
sushil sarna
कृष्ण कन्हैया
कृष्ण कन्हैया
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
असतो मा सद्गमय
असतो मा सद्गमय
Kanchan Khanna
दोहा
दोहा
Ravi Prakash
भारत कभी रहा होगा कृषि प्रधान देश
भारत कभी रहा होगा कृषि प्रधान देश
शेखर सिंह
जाने वाले साल को सलाम ,
जाने वाले साल को सलाम ,
Dr. Man Mohan Krishna
Loading...