चाहत
चाहत
जहाँ होता है सबसे ज़्यादा प्यार
वहीं मिलती है सबसे बड़ी हार
ऐसा होता है तो क्यों होता है?
ये दिल इतना क्यों रोता है?
दिल जो चाहे क्या सब मिल जाएगा?
मिल जाए तो क्या कुछ और न चाहेगा?
चाहतों का सिलसिला कहॉं होता ख़त्म
कुछ पाने की होड़ लगी रहती हरदम
पाना है उनको ये ज़िद नहीं अच्छी
पर क्या करें ये मोहब्बत हैसच्ची
रेखा