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27 May 2024 · 1 min read

चाहत अभी बाकी हैं

चाहत अभी बाकी है ,माना बहुत फासले हैं।
दिल में अभी बेबाकी है,माना बहुत मसअले है।

कहां टूट पाते हैं ये बंधन,जो बंध जाते हैं
रूह से।
इंतहा अभी बाकी है ,माना बहुत मरहले है।

आगे बढ़ कर थामना चाहता हूं अभी भी हाथ तेरा।
चाहत अभी जवां है , दिल में वही वलवले* है।

अंदर की खामोशियों का अंदाजा तुम्हें नहीं कोई
अभी इस दिल में बाकी , हज़ारों हलचलें है।

इस आग के दरिया से , हमें डर नहीं है लगता।
डूब के ज़रूर देखेंगे, हम बहुत दिलजले है।

सुरिंदर कौर

Language: Hindi
1 Like · 24 Views
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