Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 May 2024 · 1 min read

मैंने एक चांद को देखा

मैने एक चांद को देखा,
जो अंधेरा ही अंधेरा था।
जिसकी न सुबह होती थी,
बस अंधेरा ही अंधेरा था
मैंने एक चांद . . . . . .
आंख नम मन बोझल,
न सांझ न सवेरा था।
खिल खिलाते हुए मुखड़े पे,
गम का ही घेरा था।
मैंने एक चांद . . . . . .
न ही तारे न सितारे,
जुगनुओं का न डेरा था।
जुल्फो की काली बदली में,
ढका हुआ एक चेहरा था।
मैंने एक चांद . . . . . .
पांव पायल हाथ कंगना,
बिंदिया न गजरा था।
आंसुओ की ऐसी वर्षा थी,
फैला हुआ बस कजरा था।
मैंने एक चांद . . . . . .

नेताम आर सी

Language: Hindi
1 Like · 90 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from नेताम आर सी
View all
You may also like:
भोर पुरानी हो गई
भोर पुरानी हो गई
आर एस आघात
राधा कृष्ण होली भजन
राधा कृष्ण होली भजन
Khaimsingh Saini
किसी और को लाइक और फॉलो करने से
किसी और को लाइक और फॉलो करने से
Dr fauzia Naseem shad
लक्ष्य
लक्ष्य
Suraj Mehra
उम्र ज्यादा नहीं है,
उम्र ज्यादा नहीं है,
Umender kumar
तेरा मेरा वो मिलन अब है कहानी की तरह।
तेरा मेरा वो मिलन अब है कहानी की तरह।
सत्य कुमार प्रेमी
भारत में बेरोजगारी और महंगाई की दर दिन ब दिन बढ़ती जा रही है
भारत में बेरोजगारी और महंगाई की दर दिन ब दिन बढ़ती जा रही है
Rj Anand Prajapati
हारता वो है
हारता वो है
नेताम आर सी
* सामने आ गये *
* सामने आ गये *
surenderpal vaidya
बता दिया करो मुझसे मेरी गलतिया!
बता दिया करो मुझसे मेरी गलतिया!
शेखर सिंह
कांतिपति की कुंडलियां
कांतिपति की कुंडलियां
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
चल रही हूँ मैं ,
चल रही हूँ मैं ,
Manisha Wandhare
"जवाब"
Dr. Kishan tandon kranti
चाहत है बहुत उनसे कहने में डर लगता हैं
चाहत है बहुत उनसे कहने में डर लगता हैं
Jitendra Chhonkar
इश्क़ से अपने कुछ चुने लम्हें
इश्क़ से अपने कुछ चुने लम्हें
Sandeep Thakur
धीरज और संयम
धीरज और संयम
ओंकार मिश्र
*बुरी बात को बुरा कह सकें, इतना साहस भर दो (गीत)*
*बुरी बात को बुरा कह सकें, इतना साहस भर दो (गीत)*
Ravi Prakash
जाओ कविता जाओ सूरज की सविता
जाओ कविता जाओ सूरज की सविता
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
“बधाई हो बधाई सालगिरह”
“बधाई हो बधाई सालगिरह”
DrLakshman Jha Parimal
शीर्षक - घुटन
शीर्षक - घुटन
Neeraj Agarwal
ਦੁਸ਼ਮਣ
ਦੁਸ਼ਮਣ
Otteri Selvakumar
सोचने लगता हूँ अक़्सर,
सोचने लगता हूँ अक़्सर,
*प्रणय*
पराक्रम दिवस
पराक्रम दिवस
Bodhisatva kastooriya
3624.💐 *पूर्णिका* 💐
3624.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
अधूरी सी ज़िंदगी   ....
अधूरी सी ज़िंदगी ....
sushil sarna
ग्रीष्म
ग्रीष्म
Kumud Srivastava
गूंजेगा नारा जय भीम का
गूंजेगा नारा जय भीम का
Shekhar Chandra Mitra
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जल रहे अज्ञान बनकर, कहेें मैं शुभ सीख हूँ
जल रहे अज्ञान बनकर, कहेें मैं शुभ सीख हूँ
Pt. Brajesh Kumar Nayak
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
Loading...