Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Nov 2023 · 1 min read

2689.*पूर्णिका*

2689.*पूर्णिका*
रोते गाते जिंदगी
22 22 212
रोते गाते जिंदगी ।
नाच नचाते जिंदगी ।।
भटके राही ना यहाँ ।
राह दिखाते जिंदगी।।
क्या क्या आज दस्तूर है ।
सोच बनाते जिंदगी।।
आजाद यहाँ ख्वाब भी ।
यूं हंसाते जिंदगी।।
देखो खेदू जानते ।
बस महकाते जिंदगी ।।
………..✍डॉ .खेदू भारती “सत्येश”
06-11-23 सोमवार

209 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Mannato ka silsila , abhi jari hai, ruka nahi
Mannato ka silsila , abhi jari hai, ruka nahi
Sakshi Tripathi
Har subha uthti hai ummid ki kiran
Har subha uthti hai ummid ki kiran
कवि दीपक बवेजा
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
नित  हर्ष  रहे   उत्कर्ष  रहे,   कर  कंचनमय  थाल  रहे ।
नित हर्ष रहे उत्कर्ष रहे, कर कंचनमय थाल रहे ।
Ashok deep
मनुष्य को
मनुष्य को
ओंकार मिश्र
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
23/183.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/183.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
■ आज की परिभाषा याद कर लें। प्रतियोगी परीक्षा में काम आएगी।
■ आज की परिभाषा याद कर लें। प्रतियोगी परीक्षा में काम आएगी।
*Author प्रणय प्रभात*
बांदरो
बांदरो
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Sidhartha Mishra
हमें
हमें
sushil sarna
दूर अब न रहो पास आया करो,
दूर अब न रहो पास आया करो,
Vindhya Prakash Mishra
तुम्हारा साथ
तुम्हारा साथ
Ram Krishan Rastogi
मां तो फरिश्ता है।
मां तो फरिश्ता है।
Taj Mohammad
जिंदगी एक भंवर है
जिंदगी एक भंवर है
Harminder Kaur
माँ की चाह
माँ की चाह
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
नववर्ष
नववर्ष
Neeraj Agarwal
प्यार करें भी तो किससे, हर जज़्बात में खलइश है।
प्यार करें भी तो किससे, हर जज़्बात में खलइश है।
manjula chauhan
♥️मां पापा ♥️
♥️मां पापा ♥️
Vandna thakur
पंछी और पेड़
पंछी और पेड़
नन्दलाल सुथार "राही"
💐प्रेम कौतुक-408💐
💐प्रेम कौतुक-408💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
वापस लौट आते हैं मेरे कदम
वापस लौट आते हैं मेरे कदम
gurudeenverma198
"यथार्थ प्रेम"
Dr. Kishan tandon kranti
भीड़ की नजर बदल रही है,
भीड़ की नजर बदल रही है,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
कुछ दर्द झलकते आँखों में,
कुछ दर्द झलकते आँखों में,
Neelam Sharma
अब न तुमसे बात होगी...
अब न तुमसे बात होगी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
गहरा है रिश्ता
गहरा है रिश्ता
Surinder blackpen
ମାଟିରେ କିଛି ନାହିଁ
ମାଟିରେ କିଛି ନାହିଁ
Otteri Selvakumar
कामयाबी का
कामयाबी का
Dr fauzia Naseem shad
ग़रीबों को फ़क़त उपदेश की घुट्टी पिलाते हो
ग़रीबों को फ़क़त उपदेश की घुट्टी पिलाते हो
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Loading...