Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Oct 2020 · 1 min read

चन्द्रमा का देखिए

• गीतिका •
*
चन्द्रमा का देखिए तो गोल है आकार।
चांदनी का खूब है इसमें भरा भंडार।

हर तरह से खूबसूरत बन गई है रात।
दूर तक है रौशनी बिखरी क्षितिज के पार।

साथ रहती है सितारों की चपल बारात।
टिमटिमाते नित्य सब हैं रात में हर बार।

खूब हैं हमको लुभाते चांदनी के दृश्य।
देख जिनको हर हृदय में उमड़ता है प्यार।

रौशनी से ही हमेशा तम हुआ है नष्ट।
और हो जाते सभी के स्वप्न शुभ साकार।

चांदनी फैली दिशाओं में लिए आलोक।
चांद का है भव्य नैसर्गिक यही उपहार।
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
-सुरेन्द्रपाल वैद्य, ०९/१०/२०२०

2 Likes · 1 Comment · 269 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from surenderpal vaidya
View all
You may also like:
वतन की राह में, मिटने की हसरत पाले बैठा हूँ
वतन की राह में, मिटने की हसरत पाले बैठा हूँ
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
बिजलियों का दौर
बिजलियों का दौर
अरशद रसूल बदायूंनी
पिछले पन्ने 4
पिछले पन्ने 4
Paras Nath Jha
2755. *पूर्णिका*
2755. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
परशुराम का परशु खरीदो,
परशुराम का परशु खरीदो,
Satish Srijan
फितरत सियासत की
फितरत सियासत की
लक्ष्मी सिंह
विद्रोही
विद्रोही
Shekhar Chandra Mitra
ఉగాది
ఉగాది
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
*यूँ आग लगी प्यासे तन में*
*यूँ आग लगी प्यासे तन में*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जीवन में अँधियारा छाया, दूर तलक सुनसान।
जीवन में अँधियारा छाया, दूर तलक सुनसान।
डॉ.सीमा अग्रवाल
भेज भी दो
भेज भी दो
हिमांशु Kulshrestha
वट सावित्री अमावस्या
वट सावित्री अमावस्या
नवीन जोशी 'नवल'
मेरे हिसाब से
मेरे हिसाब से
*Author प्रणय प्रभात*
Republic Day
Republic Day
Tushar Jagawat
*लोग सारी जिंदगी, बीमारियॉं ढोते रहे (हिंदी गजल)*
*लोग सारी जिंदगी, बीमारियॉं ढोते रहे (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
कोई ना होता है अपना माँ के सिवा
कोई ना होता है अपना माँ के सिवा
Basant Bhagawan Roy
"रात यूं नहीं बड़ी है"
ज़ैद बलियावी
रामफल मंडल (शहीद)
रामफल मंडल (शहीद)
Shashi Dhar Kumar
काली स्याही के अनेक रंग....!!!!!
काली स्याही के अनेक रंग....!!!!!
Jyoti Khari
*
*
Rashmi Sanjay
इश्क में आजाद कर दिया
इश्क में आजाद कर दिया
Dr. Mulla Adam Ali
हर सुबह उठकर अपने सपनों का पीछा करना ही हमारा वास्तविक प्रेम
हर सुबह उठकर अपने सपनों का पीछा करना ही हमारा वास्तविक प्रेम
Shubham Pandey (S P)
#drarunkumarshastri
#drarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दवा और दुआ में इतना फर्क है कि-
दवा और दुआ में इतना फर्क है कि-
संतोष बरमैया जय
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"विजेता"
Dr. Kishan tandon kranti
नमन माँ गंग !पावन
नमन माँ गंग !पावन
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
दोस्ती
दोस्ती
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
"क्या देश आजाद है?"
Ekta chitrangini
*
*"रोटी"*
Shashi kala vyas
Loading...