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22 Mar 2023 · 1 min read

विद्रोही

मज़हब की कसौटी पर
कसने के लिए
तैयार नहीं हूं मैं!
सियासत के इशारे पर
नाचने के लिए
तैयार नहीं हूं मैं!
सुरक्षा, सुविधा और
स्थिरता के मोह में
दूसरों की तरह!
समाज के सांचे में
ढ़लने के लिए
तैयार नहीं हूं मैं!

Language: Hindi
202 Views
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