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23 Nov 2023 · 1 min read

“गुस्सा और प्रेम”

गुस्सा और मतभेद
सदा बारिश की तरह हों
जो बरस करके
बिल्कुल खत्म हो जाए,
लेकिन प्रेम
हवा की तरह हो
जो खामोश रहकर भी
दसों-दिशि में फैल जाए।

डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
भारत के 100 महान व्यक्तित्व में शामिल
एक साधारण व्यक्ति

Language: Hindi
14 Likes · 5 Comments · 153 Views
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