“गुलाम है आधी आबादी”
“गुलाम है आधी आबादी”
ना जाने कब से
दिमागी तौर पर गुलाम है
देश की आधी आबादी
मासिक चक्र की घृणा से,
तब जीना हराम हो जाता है
उन नारियों का
वर्जनाओं के चुभते तीर की
मर्मान्तक पीड़ा से।
“गुलाम है आधी आबादी”
ना जाने कब से
दिमागी तौर पर गुलाम है
देश की आधी आबादी
मासिक चक्र की घृणा से,
तब जीना हराम हो जाता है
उन नारियों का
वर्जनाओं के चुभते तीर की
मर्मान्तक पीड़ा से।