“गुलशन”
“गुलशन”
गुलशन में कई रंग के फूल खिले,
अनगिनत घर बसे और हृदय मिले।
पंछी आते प्रेमी आते, आते सारा जहां,
सैलाब उमड़ता जाता हरेक शाम ढले।
“गुलशन”
गुलशन में कई रंग के फूल खिले,
अनगिनत घर बसे और हृदय मिले।
पंछी आते प्रेमी आते, आते सारा जहां,
सैलाब उमड़ता जाता हरेक शाम ढले।