Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Oct 2019 · 1 min read

*गुरु वेदना*

*आज गुरु की गरिमा, तार-तार हो गई।
* गुरु और शिष्य में तकरार हो गई।
झूठ की सच पर इस तरह मार हो गई,
‘गुरु कुम्हार शिष्य कुंंभ’ की युक्ति
बेकार हो गई।
* आज गुरु की गरिमा, तार-तार हो गई।
न बोलों का न उपदेशों का,
ये समय मात्र बड़बोलों का।
शिक्षा की कड़ी बीमार हो गई।
आज गुरु की गरिमा, तार-तार हो गई।
धूमिल धूसिर हो गई महिमा अब
बचा न कोई सार।
पता नहीं किस ओर बढ़ेगा,
अब नया संसार।
गुरु की शिक्षा लाचार हो गई।।
आज गुरु की गरिमा, तार-तार हो गई।
अरे! जिसके लिए गुरु,
स्व-परवाह नहीं करता।
वही शिष्य अपमान करने से,
तनिक नहीं डरता।
*नवीन-शिक्षा-प्रणाली की जिम्मेदार,
सरकार हो गई।* आज गुरु की गरिमा,
तार-तार हो गई।
करे उद्दंडता चाहे कोई करे गुरु-अपमान।
शिक्षक हो तुम सहना चुप रह,
जो चाहते गर सम्मान।
गुरु-शिष्य परंपरा की जिम्मेदार सरकार हो गई।।
‘मयंक’ अब शिक्षा लाचार हो गई।
आज गुरु की गरिमा, तार-तार हो गई।
रचयिता :- श्री के.आर.परमाल ‘मयंक’

Language: Hindi
1 Like · 576 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
#लघु_कविता
#लघु_कविता
*Author प्रणय प्रभात*
तड़के जब आँखें खुलीं, उपजा एक विचार।
तड़के जब आँखें खुलीं, उपजा एक विचार।
डॉ.सीमा अग्रवाल
23/43.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/43.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मन में सदैव अपने
मन में सदैव अपने
Dr fauzia Naseem shad
आइये, तिरंगा फहरायें....!!
आइये, तिरंगा फहरायें....!!
Kanchan Khanna
*जिंदगी  जीने  का नाम है*
*जिंदगी जीने का नाम है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
विक्रमादित्य के बत्तीस गुण
विक्रमादित्य के बत्तीस गुण
Vijay Nagar
SuNo...
SuNo...
Vishal babu (vishu)
चाटुकारिता
चाटुकारिता
Radha shukla
मोहन ने मीरा की रंग दी चुनरिया
मोहन ने मीरा की रंग दी चुनरिया
अनुराग दीक्षित
🌺आलस्य🌺
🌺आलस्य🌺
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
तेरी याद
तेरी याद
Shyam Sundar Subramanian
रंग तो प्रेम की परिभाषा है
रंग तो प्रेम की परिभाषा है
Dr. Man Mohan Krishna
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
Otteri Selvakumar
अंधों के हाथ
अंधों के हाथ
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
जीवन एक संगीत है | इसे जीने की धुन जितनी मधुर होगी , जिन्दगी
जीवन एक संगीत है | इसे जीने की धुन जितनी मधुर होगी , जिन्दगी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सफ़र जिंदगी का (कविता)
सफ़र जिंदगी का (कविता)
Indu Singh
नववर्ष
नववर्ष
Mukesh Kumar Sonkar
इंसान और कुता
इंसान और कुता
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
"आइडिया"
Dr. Kishan tandon kranti
*सेब (बाल कविता)*
*सेब (बाल कविता)*
Ravi Prakash
सितमज़रीफी किस्मत की
सितमज़रीफी किस्मत की
Shweta Soni
तू रूठा मैं टूट गया_ हिम्मत तुमसे सारी थी।
तू रूठा मैं टूट गया_ हिम्मत तुमसे सारी थी।
Rajesh vyas
कर्म ही है श्रेष्ठ
कर्म ही है श्रेष्ठ
Sandeep Pande
राना दोहावली- तुलसी
राना दोहावली- तुलसी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
शतरंज
शतरंज
भवेश
समय आयेगा
समय आयेगा
नूरफातिमा खातून नूरी
बिना कोई परिश्रम के, न किस्मत रंग लाती है।
बिना कोई परिश्रम के, न किस्मत रंग लाती है।
सत्य कुमार प्रेमी
💐प्रेम कौतुक-434💐
💐प्रेम कौतुक-434💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
नई शुरुआत
नई शुरुआत
Neeraj Agarwal
Loading...