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25 Dec 2023 · 1 min read

तेरी याद

मेरे साथ भी ना होकर तू मेरे साथ है ,
तेरे साथ का क्यूँ हर वक्त मुझे एहसास है,

मौसम की खुशियाँ भी जैसे तेरे ही दम से है ,
बदलियाँ लगती हैं जैसे खम तेरी ज़ुल्फ़ों के हैं,

उफ़क में डूबता चाँद मुझे ऐसे लगता है ,
जैसे तेरा नूर-ए- हुस्न परदे में छिपता है,

इक सोज़ दिल में जगाए रखता हूँ,
ज़ेहन में तेरी याद बसाए रखता हूँ।

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