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14 Sep 2023 · 1 min read

तेरे दुःख की गहराई,

तेरे दुःख की गहराई,
भले ही सागर से भी गहरा तो,
मेरे प्रेम का मात्र अंश ही है पर्याप्त,
तेरे दुःख को अपना बना ले ।

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