Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Jul 2023 · 1 min read

*सेब (बाल कविता)*

सेब (बाल कविता)

नहीं सेब केवल फल मानो
इसको एक चिकित्सक जानो
सब रोगों को दूर भगाता
सेब रोज जो मानव खाता
मौसम में ठेले भर आते
सभी लोग जी भर कर खाते

रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

412 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
आ गया है मुस्कुराने का समय।
आ गया है मुस्कुराने का समय।
surenderpal vaidya
शराब हो या इश्क़ हो बहकाना काम है
शराब हो या इश्क़ हो बहकाना काम है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
होली
होली
Dr. Kishan Karigar
दोहा
दोहा
प्रीतम श्रावस्तवी
नवगीत
नवगीत
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
ढ़ूंढ़ रहे जग में कमी
ढ़ूंढ़ रहे जग में कमी
लक्ष्मी सिंह
मुझे अंदाज़ है
मुझे अंदाज़ है
हिमांशु Kulshrestha
कभी कभी अच्छा लिखना ही,
कभी कभी अच्छा लिखना ही,
नेताम आर सी
*भगत सिंह हूँ फैन  सदा तेरी शराफत का*
*भगत सिंह हूँ फैन सदा तेरी शराफत का*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
राह कठिन है राम महल की,
राह कठिन है राम महल की,
Satish Srijan
गज़ल सी रचना
गज़ल सी रचना
Kanchan Khanna
dr arun kumar shastri
dr arun kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जिंदगी जीना है तो खुशी से जीयों और जीभर के जीयों क्योंकि एक
जिंदगी जीना है तो खुशी से जीयों और जीभर के जीयों क्योंकि एक
जय लगन कुमार हैप्पी
3011.*पूर्णिका*
3011.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सवाल ये नहीं
सवाल ये नहीं
Dr fauzia Naseem shad
श्रेष्ठता
श्रेष्ठता
Paras Nath Jha
....????
....????
शेखर सिंह
"लिखना है"
Dr. Kishan tandon kranti
जीभ का कमाल
जीभ का कमाल
विजय कुमार अग्रवाल
चवन्नी , अठन्नी के पीछे भागते भागते
चवन्नी , अठन्नी के पीछे भागते भागते
Manju sagar
#दोहा
#दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
कल सबको पता चल जाएगा
कल सबको पता चल जाएगा
MSW Sunil SainiCENA
पंक्षी पिंजरों में पहुँच, दिखते अधिक प्रसन्न ।
पंक्षी पिंजरों में पहुँच, दिखते अधिक प्रसन्न ।
Arvind trivedi
सनम  ऐसे ना मुझको  बुलाया करो।
सनम ऐसे ना मुझको बुलाया करो।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
वैसा न रहा
वैसा न रहा
Shriyansh Gupta
लड़की की जिंदगी/ कन्या भूर्ण हत्या
लड़की की जिंदगी/ कन्या भूर्ण हत्या
Raazzz Kumar (Reyansh)
शहर - दीपक नीलपदम्
शहर - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
ईश्वर ने तो औरतों के लिए कोई अलग से जहां बनाकर नहीं भेजा। उस
ईश्वर ने तो औरतों के लिए कोई अलग से जहां बनाकर नहीं भेजा। उस
Annu Gurjar
मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा।
मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा।
सत्य कुमार प्रेमी
*जोड़कर जितना रखोगे, सब धरा रह जाएगा (हिंदी गजल))*
*जोड़कर जितना रखोगे, सब धरा रह जाएगा (हिंदी गजल))*
Ravi Prakash
Loading...