अनचाहे अपराध व प्रायश्चित
*करिए जीवन में सदा, प्रतिदिन पावन योग (कुंडलिया)*
*** चल अकेला.......!!! ***
आपाधापी व्यस्त बहुत हैं दफ़्तर में व्यापार में ।
तेवरी का सौन्दर्य-बोध +रमेशराज
भोर की खामोशियां कुछ कह रही है।
मत पूछो मेरा कारोबार क्या है,
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
तुमसे ही से दिन निकलता है मेरा,
छोड दो उनको उन के हाल पे.......अब
हिन्दी पर विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कोई हमको ढूँढ़ न पाए
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
जीवन को सफल बनाने का तीन सूत्र : श्रम, लगन और त्याग ।
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
राजनीति में शुचिता के, अटल एक पैगाम थे।
💐प्रेम कौतुक-323💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
बिहार में डॉ अम्बेडकर का आगमन : MUSAFIR BAITHA
अजीज़ सारे देखते रह जाएंगे तमाशाई की तरह