गीत- तेरा जो साथ मिल जाए…
तेरा जो साथ मिल जाए मेरी जां बात बन जाए।
बदल अपना मुहब्बत में दुवा दिल और मन जाए।।
बड़े अच्छे बड़े प्यारे सुने हैं प्यार के किस्से।
हमारे भी ज़रा आए मुहब्बत यार कुछ हिस्से।
मिलन के सार का रस गुन हमारा शौक़ बन जाए।
तेरा जो साथ मिल जाए मेरी जां बात बन जाए।
बदल अपना मुहब्बत में दुवा दिल और मन जाए।।
अदाओं से निग़ाहों से वफ़ाओं से लुभा मुझकों।
क़सम से रूह पलकों पर बिठा लूँगा सनम तुझको।
तुझे पाकर मेरा दिल गर्व से हमदम ये तन जाए।
तेरा जो साथ मिल जाए मेरी जां बात बन जाए।
बदल अपना मुहब्बत में दुवा दिल और मन जाए।।
बिना तेरे नहीं लगता कहीं भी अब मेरा ये दिल।
हृदय दरिया मेरा ‘प्रीतम’ तेरा मानो बना साहिल।
तन्हाई में कोई पल भी बिताना अब न फ़न पाए।
तेरा जो साथ मिल जाए मेरी जां बात बन जाए।
बदल अपना मुहब्बत में दुवा दिल और मन जाए।।
आर. एस. ‘प्रीतम