Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Apr 2024 · 1 min read

बड़ी दूर तक याद आते हैं,

बड़ी दूर तक याद आते हैं,
सफर में बेवक्त बिछड़ने वाले,,,!!!

25 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Chubhti hai bate es jamane ki
Chubhti hai bate es jamane ki
Sadhna Ojha
मानव के बस में नहीं, पतझड़  या  मधुमास ।
मानव के बस में नहीं, पतझड़ या मधुमास ।
sushil sarna
कर्म ही हमारे जीवन...... आईना
कर्म ही हमारे जीवन...... आईना
Neeraj Agarwal
अभिमान  करे काया का , काया काँच समान।
अभिमान करे काया का , काया काँच समान।
Anil chobisa
7) पूछ रहा है दिल
7) पूछ रहा है दिल
पूनम झा 'प्रथमा'
ठंडा - वंडा,  काफ़ी - वाफी
ठंडा - वंडा, काफ़ी - वाफी
सिद्धार्थ गोरखपुरी
...........,,
...........,,
शेखर सिंह
आतंकवाद सारी हदें पार कर गया है
आतंकवाद सारी हदें पार कर गया है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
पिया मोर बालक बनाम मिथिला समाज।
पिया मोर बालक बनाम मिथिला समाज।
Acharya Rama Nand Mandal
बेटी को मत मारो 🙏
बेटी को मत मारो 🙏
Samar babu
🦋 आज की प्रेरणा 🦋
🦋 आज की प्रेरणा 🦋
Tarun Singh Pawar
भले ई फूल बा करिया
भले ई फूल बा करिया
आकाश महेशपुरी
दिल ये तो जानता हैं गुनाहगार कौन हैं,
दिल ये तो जानता हैं गुनाहगार कौन हैं,
Vishal babu (vishu)
गर्मी की छुट्टियां
गर्मी की छुट्टियां
Manu Vashistha
*** चल अकेला.....!!! ***
*** चल अकेला.....!!! ***
VEDANTA PATEL
चार यार
चार यार
Bodhisatva kastooriya
★दाने बाली में ★
★दाने बाली में ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
“आँख के बदले आँख पूरी दुनिया को अँधा बना देगी”- गांधी जी
“आँख के बदले आँख पूरी दुनिया को अँधा बना देगी”- गांधी जी
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
*माला फूलों की मधुर, फूलों का श्रंगार (कुंडलिया)*
*माला फूलों की मधुर, फूलों का श्रंगार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
विषय:गुलाब
विषय:गुलाब
Harminder Kaur
नारी का अस्तित्व
नारी का अस्तित्व
रेखा कापसे
गुरु मांत है गुरु पिता है गुरु गुरु सर्वे गुरु
गुरु मांत है गुरु पिता है गुरु गुरु सर्वे गुरु
प्रेमदास वसु सुरेखा
पति पत्नि की नोक झोंक व प्यार (हास्य व्यंग)
पति पत्नि की नोक झोंक व प्यार (हास्य व्यंग)
Ram Krishan Rastogi
झूठ के सागर में डूबते आज के हर इंसान को देखा
झूठ के सागर में डूबते आज के हर इंसान को देखा
Er. Sanjay Shrivastava
आज हमारा इंडिया
आज हमारा इंडिया
*Author प्रणय प्रभात*
सितारे अपने आजकल गर्दिश में चल रहे है
सितारे अपने आजकल गर्दिश में चल रहे है
shabina. Naaz
*****नियति*****
*****नियति*****
Kavita Chouhan
चांद छुपा बादल में
चांद छुपा बादल में
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बापू तेरे देश में...!!
बापू तेरे देश में...!!
Kanchan Khanna
तू दूरबीन से न कभी ढूँढ ख़ामियाँ
तू दूरबीन से न कभी ढूँढ ख़ामियाँ
Johnny Ahmed 'क़ैस'
Loading...