Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Sep 2023 · 1 min read

*णमोकार मंत्र (बाल कविता)*

णमोकार मंत्र (बाल कविता)

णमोकार का मंत्र खरा है
जो जप पाया, वही तरा है
अरिहंतों को नमस्कार यह
छुड़वा देता हर विकार यह
आओ णमोकार सब बोलें
मन के कलुष सभी हम धो लें

रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997 615 451

283 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
हर चाह..एक आह बनी
हर चाह..एक आह बनी
Priya princess panwar
* चली रे चली *
* चली रे चली *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
आप प्रारब्ध वश आपको रावण और बाली जैसे पिता और बड़े भाई मिले
आप प्रारब्ध वश आपको रावण और बाली जैसे पिता और बड़े भाई मिले
Sanjay ' शून्य'
2515.पूर्णिका
2515.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
शायर जानता है
शायर जानता है
Nanki Patre
चुनाव का मौसम
चुनाव का मौसम
Dr. Pradeep Kumar Sharma
बड़े हौसले से है परवाज करता,
बड़े हौसले से है परवाज करता,
Satish Srijan
✍️गहरी बात✍️
✍️गहरी बात✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
*** बचपन : एक प्यारा पल....!!! ***
*** बचपन : एक प्यारा पल....!!! ***
VEDANTA PATEL
The blue sky !
The blue sky !
Buddha Prakash
देखी है हमने हस्तियां कई
देखी है हमने हस्तियां कई
KAJAL NAGAR
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
जनता मुफ्त बदनाम
जनता मुफ्त बदनाम
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
तुम्हें लिखना आसान है
तुम्हें लिखना आसान है
Manoj Mahato
"पतझड़"
Dr. Kishan tandon kranti
बसंत (आगमन)
बसंत (आगमन)
Neeraj Agarwal
बिना चले गन्तव्य को,
बिना चले गन्तव्य को,
sushil sarna
*कभी नहीं पशुओं को मारो (बाल कविता)*
*कभी नहीं पशुओं को मारो (बाल कविता)*
Ravi Prakash
रिश्ते
रिश्ते
पूर्वार्थ
जीवन एक मकान किराए को,
जीवन एक मकान किराए को,
Bodhisatva kastooriya
दो दिन का प्यार था छोरी , दो दिन में ख़त्म हो गया |
दो दिन का प्यार था छोरी , दो दिन में ख़त्म हो गया |
The_dk_poetry
कुछ चंद लोंगो ने कहा है कि
कुछ चंद लोंगो ने कहा है कि
सुनील कुमार
दरमियाँ
दरमियाँ
Dr. Rajeev Jain
*मनुष्य शरीर*
*मनुष्य शरीर*
Shashi kala vyas
योग करते जाओ
योग करते जाओ
Sandeep Pande
#लघुकथा / कॉलेज का आख़िरी दिन
#लघुकथा / कॉलेज का आख़िरी दिन
*Author प्रणय प्रभात*
जग अंधियारा मिट रहा, उम्मीदों के संग l
जग अंधियारा मिट रहा, उम्मीदों के संग l
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
प्रेम
प्रेम
Dr. Shailendra Kumar Gupta
💐प्रेम कौतुक-187💐
💐प्रेम कौतुक-187💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Loading...