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14 Jan 2018 · 1 min read

ग़ज़ल : ….. प्यार तेरा मिला नहीं होता ।

….. प्यार तेरा मिला नहीं होता ।

2122 1212 22

प्यार तेरा मिला नहीं होता ।
खत्म, ये फासला नहीं होता ।

तुम अगर एक फोन कर देती,,
रूठना… यूँ खला नहीं होता ।

ताजगी…फूल की मस्त देखी,,
बेतरह…..बावला नहीं होता ।

इश्क़ की राह पे न मैं चलता,,
हाथ मेरा… जला नहीं होता ।

देख…………भौंरे मरे नहीं होते,,
काश गुल फिर खिला नहीं होता ।

=============
दिनेश एल० “जैहिंद”
26. 09. 2017

239 Views

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