Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Feb 2024 · 1 min read

मुलाकात

आज हम फिर इक मुलाकात करते हैं,

जीवन जो बीता अनुपात करते हैं,

स्वर घात और प्रतिघात के छोड़ कर-

चल आज फिर न‌ई शुरूआत करते हैं।

***********************************

संतोष सोनी “तोषी”
जोधपुर (राज.)

39 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शादी कुँवारे से हो या शादीशुदा से,
शादी कुँवारे से हो या शादीशुदा से,
Dr. Man Mohan Krishna
बोलो ! ईश्वर / (नवगीत)
बोलो ! ईश्वर / (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
तेरी हुसन ए कशिश  हमें जीने नहीं देती ,
तेरी हुसन ए कशिश हमें जीने नहीं देती ,
Umender kumar
"ऐसा वक्त आएगा"
Dr. Kishan tandon kranti
सूझ बूझ
सूझ बूझ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
चित्रकार उठी चिंकारा बनी किस के मन की आवाज बनी
चित्रकार उठी चिंकारा बनी किस के मन की आवाज बनी
प्रेमदास वसु सुरेखा
ग़ज़ल - फितरतों का ढेर
ग़ज़ल - फितरतों का ढेर
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
माता की महिमा
माता की महिमा
SHAILESH MOHAN
बिना बकरे वाली ईद आप सबको मुबारक़ हो।
बिना बकरे वाली ईद आप सबको मुबारक़ हो।
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
किसी औरत से
किसी औरत से
Shekhar Chandra Mitra
रमेशराज की वर्णिक एवं लघु छंदों में 16 तेवरियाँ
रमेशराज की वर्णिक एवं लघु छंदों में 16 तेवरियाँ
कवि रमेशराज
फितरत में वफा हो तो
फितरत में वफा हो तो
shabina. Naaz
पल भर फासला है
पल भर फासला है
Ansh
गिरगिट
गिरगिट
Dr. Pradeep Kumar Sharma
सामाजिक रिवाज
सामाजिक रिवाज
Anil "Aadarsh"
14, मायका
14, मायका
Dr Shweta sood
जीवन के उपन्यास के कलाकार हैं ईश्वर
जीवन के उपन्यास के कलाकार हैं ईश्वर
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कर्म भाव उत्तम रखो,करो ईश का ध्यान।
कर्म भाव उत्तम रखो,करो ईश का ध्यान।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
जीवन की परख
जीवन की परख
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
जमाने की अगर कह दूँ, जमाना रूठ जाएगा ।
जमाने की अगर कह दूँ, जमाना रूठ जाएगा ।
Ashok deep
जिगर धरती का रखना
जिगर धरती का रखना
Kshma Urmila
रंगरेज कहां है
रंगरेज कहां है
Shiva Awasthi
कहां से कहां आ गए हम....
कहां से कहां आ गए हम....
Srishty Bansal
इश्क़
इश्क़
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
🇮🇳🇮🇳*
🇮🇳🇮🇳*"तिरंगा झंडा"* 🇮🇳🇮🇳
Shashi kala vyas
हादसे ज़िंदगी का हिस्सा हैं
हादसे ज़िंदगी का हिस्सा हैं
Dr fauzia Naseem shad
2) भीड़
2) भीड़
पूनम झा 'प्रथमा'
अंतराष्टीय मजदूर दिवस
अंतराष्टीय मजदूर दिवस
Ram Krishan Rastogi
बाहर से लगा रखे ,दिलो पर हमने ताले है।
बाहर से लगा रखे ,दिलो पर हमने ताले है।
Surinder blackpen
समय और स्वास्थ्य के असली महत्त्व को हम तब समझते हैं जब उसका
समय और स्वास्थ्य के असली महत्त्व को हम तब समझते हैं जब उसका
Paras Nath Jha
Loading...