Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Oct 2023 · 1 min read

आपकी खुशी

आपकी ख़ुशियां आपकी खुशी
आपकी ज़िम्मेदारी है , किसी ने
आपको खुश रखने का ठेका
लिया हुआ है ये उम्मीद रखना
बिल्कुल फ़िज़ूल है आप अपनी
खुशी के लिए खुद ज़िम्मेदार बने
और अपनी खुशियों का खुद ही
ख़्याल रखें ।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
6 Likes · 232 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
ज़िंदगी हम भी
ज़िंदगी हम भी
Dr fauzia Naseem shad
सुन लेते तुम मेरी सदाएं हम भी रो लेते
सुन लेते तुम मेरी सदाएं हम भी रो लेते
Rashmi Ranjan
अद्य हिन्दी को भला एक याम का ही मानकर क्यों?
अद्य हिन्दी को भला एक याम का ही मानकर क्यों?
संजीव शुक्ल 'सचिन'
*नज़ाकत या उल्फत*
*नज़ाकत या उल्फत*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-151से चुने हुए श्रेष्ठ दोहे (लुगया)
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-151से चुने हुए श्रेष्ठ दोहे (लुगया)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
उसका आना
उसका आना
हिमांशु Kulshrestha
दर्द
दर्द
Bodhisatva kastooriya
याद करने के लिए बस यारियां रह जाएंगी।
याद करने के लिए बस यारियां रह जाएंगी।
सत्य कुमार प्रेमी
रमेशराज का हाइकु-शतक
रमेशराज का हाइकु-शतक
कवि रमेशराज
विभीषण का दुःख
विभीषण का दुःख
Dr MusafiR BaithA
#दिनांक:-19/4/2024
#दिनांक:-19/4/2024
Pratibha Pandey
"अमीर"
Dr. Kishan tandon kranti
खो कर खुद को,
खो कर खुद को,
Pramila sultan
महिलाएं अक्सर हर पल अपने सौंदर्यता ,कपड़े एवम् अपने द्वारा क
महिलाएं अक्सर हर पल अपने सौंदर्यता ,कपड़े एवम् अपने द्वारा क
Rj Anand Prajapati
अपनी समस्या का समाधान_
अपनी समस्या का समाधान_
Rajesh vyas
"बारिश की बूंदें" (Raindrops)
Sidhartha Mishra
😟 आज की कुंडली :--
😟 आज की कुंडली :--
*Author प्रणय प्रभात*
*साहित्यिक बाज़ार*
*साहित्यिक बाज़ार*
Lokesh Singh
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कलियों  से बनते फूल हैँ
कलियों से बनते फूल हैँ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जनक देश है महान
जनक देश है महान
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
ज़ेहन पे जब लगाम होता है
ज़ेहन पे जब लगाम होता है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
जब हासिल हो जाए तो सब ख़ाक़ बराबर है
जब हासिल हो जाए तो सब ख़ाक़ बराबर है
Vishal babu (vishu)
माता सिद्धि-प्रदायिनी ,लिए सौम्य मुस्कान
माता सिद्धि-प्रदायिनी ,लिए सौम्य मुस्कान
Ravi Prakash
तेरे इश्क़ में
तेरे इश्क़ में
Gouri tiwari
होने को अब जीवन की है शाम।
होने को अब जीवन की है शाम।
Anil Mishra Prahari
2404.पूर्णिका
2404.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
बिना अश्क रोने की होती नहीं खबर
बिना अश्क रोने की होती नहीं खबर
sushil sarna
Hard work is most important in your dream way
Hard work is most important in your dream way
Neeleshkumar Gupt
हाय री गरीबी कैसी मेरा घर  टूटा है
हाय री गरीबी कैसी मेरा घर टूटा है
कृष्णकांत गुर्जर
Loading...