Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jun 2023 · 1 min read

ग़ज़ल/नज़्म – उसके सारे जज़्बात मद्देनजर रखे

उसके सारे जज़्बात मद्देनजर रखे,
जहां के सारे सवालात मद्देनजर रखे।

हमारे दरमियाँ क्या है मैं जानूं, वो जाने,
उसके भी सारे हालात मद्देनजर रखे।

ये गाँव का प्यार है सरेआम ना हो,
छोटे-बड़े झंझावात मद्देनजर रखे।

ताला ना लग जाए उसकी मुस्कानों पे,
ज़माने के इल्ज़ामात मद्देनजर रखे।

गुफ्तगू में उसे देर लग रही तो लगे,
उसके सारे खयालात मद्देनजर रखे।

छोटे-छोटे मिलन भी लगें कायनात से,
कैसी हो हर मुलाकात मद्देनजर रखे।

प्यार की डगर में काँटे जल्दी हैं उगते,
आशिकों के तजरबात मद्देनजर रखे ।

चाहतों के हर पल छपते रहे दिलों पे,
पुराने ना हों कागज़ात मद्देनजर रखे ।

जुस्तजू है कि उनका मुसाहिब रहूँ मैं ‘अनिल’,
दोनों दिलों के ताल्लुकात मद्देनजर रखे ।

(मद्देनजर = जो नज़र या निगाह के सामने हो)
(खयालात = ख्याल, अनेक विचार, विचारधारा)
(कायनात = सृष्टि, जगत, ब्रह्मांड, संसार, विश्व)
(तजरबात = तजुर्बात, तजुर्बा का बहुवचन, अनुभव, परख)
(जुस्तजू = आकांक्षा, इच्छा)
(मुसाहिब = कुलीन, सम्मानित, बड़े व्यक्ति के पास उठने-बैठने वाला, राजा का परामर्शदाता, ख़ुशामदी)
(ताल्लुकात = मेल-जोल, सम्बन्ध)

©✍🏻 स्वरचित
अनिल कुमार ‘अनिल’
9783597507,
9950538424,
anilk1604@gmail.com

2 Likes · 2 Comments · 167 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनिल कुमार
View all
You may also like:
स्वागत है  इस नूतन का  यह वर्ष सदा सुखदायक हो।
स्वागत है इस नूतन का यह वर्ष सदा सुखदायक हो।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
ज़िंदगी का फ़लसफ़ा
ज़िंदगी का फ़लसफ़ा
Dr. Rajeev Jain
आप खुद को हमारा अपना कहते हैं,
आप खुद को हमारा अपना कहते हैं,
ओनिका सेतिया 'अनु '
Trust me, your struggle, your fight, will be worth the risk
Trust me, your struggle, your fight, will be worth the risk
पूर्वार्थ
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
प्रेम में डूबे रहो
प्रेम में डूबे रहो
Sangeeta Beniwal
ये आंखें जब भी रोएंगी तुम्हारी याद आएगी।
ये आंखें जब भी रोएंगी तुम्हारी याद आएगी।
Phool gufran
कितना अच्छा था बचपन
कितना अच्छा था बचपन
shabina. Naaz
* गीत प्यारा गुनगुनायें *
* गीत प्यारा गुनगुनायें *
surenderpal vaidya
राम - दीपक नीलपदम्
राम - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
प्रदर्शनकारी पराए हों तो लाठियों की। सर्दी में गर्मी का अहसा
प्रदर्शनकारी पराए हों तो लाठियों की। सर्दी में गर्मी का अहसा
*प्रणय*
भरे हृदय में पीर
भरे हृदय में पीर
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
राम आधार हैं
राम आधार हैं
Mamta Rani
मैं घर आंगन की पंछी हूं
मैं घर आंगन की पंछी हूं
करन ''केसरा''
भक्ति गाना
भक्ति गाना
Arghyadeep Chakraborty
बना चाँद का उड़न खटोला
बना चाँद का उड़न खटोला
Vedha Singh
प्रेम हमारा लक्ष्य होना चाहिए।
प्रेम हमारा लक्ष्य होना चाहिए।
Ravikesh Jha
सत्य की खोज
सत्य की खोज
SHAMA PARVEEN
ज़िन्दगानी  में  ऐसा  हाल न हो ।
ज़िन्दगानी में ऐसा हाल न हो ।
Dr fauzia Naseem shad
सच्चे और ईमानदार लोगों को कभी ईमानदारी का सबुत नहीं देना पड़त
सच्चे और ईमानदार लोगों को कभी ईमानदारी का सबुत नहीं देना पड़त
Dr. Man Mohan Krishna
मेरी प्यारी सासू मां, मैं बहुत खुशनसीब हूं, जो मैंने मां के
मेरी प्यारी सासू मां, मैं बहुत खुशनसीब हूं, जो मैंने मां के
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कशिश
कशिश
Shyam Sundar Subramanian
वो मेरे प्रेम में कमियाँ गिनते रहे
वो मेरे प्रेम में कमियाँ गिनते रहे
Neeraj Mishra " नीर "
*मुहर लगी है आज देश पर, श्री राम के नाम की (गीत)*
*मुहर लगी है आज देश पर, श्री राम के नाम की (गीत)*
Ravi Prakash
#कुछ खामियां
#कुछ खामियां
Amulyaa Ratan
" आग "
Dr. Kishan tandon kranti
नैनों की भाषा पढ़ें ,
नैनों की भाषा पढ़ें ,
sushil sarna
4159.💐 *पूर्णिका* 💐
4159.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
ଆପଣଙ୍କର ଅଛି।।।
ଆପଣଙ୍କର ଅଛି।।।
Otteri Selvakumar
Loading...