Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jan 2024 · 1 min read

गहरे हैं चाहत के ज़ख्म

बहुत गहरे हैं चाहत के ज़ख्म।
कैसे कहें ,कैसे जिंदा है हम।

बेवफाई कर के , चल वो दिये
हम रखे हुए हैं, वफ़ा का भ्रम।

बातों बातों में बात निकली तेरी
ढलकी रुखसारों पर क्यूं शबनम।

शख्स जो धड़कनों में बसता है
उसको‌ बेघर , कैसे करें हम ।

करीब इतने भी तुम न आओ
बिछड़ना है क्या तुझे बरहम।

दर्द दिल के‌,तुमसे‌ कैसे‌ कहे
संभाला आंखों में है तलातुम।

अपनी हर बात बाबस्ता तुमसे
अश्क भी आंख में गये हैं जम।

सुरिंदर कौर

Language: Hindi
135 Views
Books from Surinder blackpen
View all

You may also like these posts

नर तन में जतन
नर तन में जतन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
हँस लो! आज दर-ब-दर हैं
हँस लो! आज दर-ब-दर हैं
गुमनाम 'बाबा'
उम्र थका नही सकती,
उम्र थका नही सकती,
Yogendra Chaturwedi
परिवर्तन
परिवर्तन
महेश चन्द्र त्रिपाठी
स्कूल का बस्ता
स्कूल का बस्ता
Savitri Dhayal
जब भी किसी कार्य को पूर्ण समर्पण के साथ करने के बाद भी असफलत
जब भी किसी कार्य को पूर्ण समर्पण के साथ करने के बाद भी असफलत
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जीवन की बगिया में
जीवन की बगिया में
Seema gupta,Alwar
Tears in eyes
Tears in eyes
Buddha Prakash
24--- 🌸 कोहरे में चाँद 🌸
24--- 🌸 कोहरे में चाँद 🌸
Mahima shukla
ऐसा लगता है कि शोक सभा में, नकली आँसू बहा रहे हैं
ऐसा लगता है कि शोक सभा में, नकली आँसू बहा रहे हैं
Shweta Soni
अभी एक बोर्ड पर लिखा हुआ देखा...
अभी एक बोर्ड पर लिखा हुआ देखा...
पूर्वार्थ
दर्पण
दर्पण
Kanchan verma
मेरी मौजूदगी बस हमारी सांसों तक है।
मेरी मौजूदगी बस हमारी सांसों तक है।
Rj Anand Prajapati
हैं राम आये अवध  में  पावन  हुआ  यह  देश  है
हैं राम आये अवध में पावन हुआ यह देश है
Anil Mishra Prahari
एक माँ के अश्कों से
एक माँ के अश्कों से
Ahtesham Ahmad
जितने चंचल है कान्हा
जितने चंचल है कान्हा
Harminder Kaur
माँ तेरा अहसास
माँ तेरा अहसास
श्रीकृष्ण शुक्ल
बूंद बूंद से सागर बने
बूंद बूंद से सागर बने
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
जल का महत्व
जल का महत्व
कार्तिक नितिन शर्मा
4276.💐 *पूर्णिका* 💐
4276.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
हम अपने घर में बेगाने
हम अपने घर में बेगाने
Manoj Shrivastava
2122/2122/212
2122/2122/212
सत्य कुमार प्रेमी
पुरुषार्थ
पुरुषार्थ
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
"यदि"
Dr. Kishan tandon kranti
देख लेते
देख लेते
Dr fauzia Naseem shad
...
...
*प्रणय*
दोहा
दोहा
sushil sarna
*जीवन में प्रभु दीजिए, नया सदा उत्साह (सात दोहे)*
*जीवन में प्रभु दीजिए, नया सदा उत्साह (सात दोहे)*
Ravi Prakash
हिंदवासी हिंदी बोलो
हिंदवासी हिंदी बोलो
Sarla Mehta
आँखों में नींदें थी, ज़हन में ख़्वाब था,
आँखों में नींदें थी, ज़हन में ख़्वाब था,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...