Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 May 2024 · 1 min read

परिवर्तन

सृष्टि परिवर्तनमयी है, विज्ञ पुरुषों ने कहा
नए को स्थान देकर पुराना जाता रहा
पूर्ण रखता स्वयं को जगदीश सर्व प्रकार से
किसीको दे जन्म जगमें,किसी के संहार से

कहीं अच्छा,बुरा बन भर दे न विश्व विकार से
इसलिए बदलाव लाता ईश विविध प्रकार से
आश्वस्ति सबको चाहिए,आश्वस्ति देता ईश है
इस सृष्टि का स्वामी नियंता प्राणदा जगदीश है

आओ करें नित प्रार्थना निज आत्मा की शांति हित
है प्रार्थना महिमामयी,यह बात है जग को विदित
जो कार्य करती प्रार्थना,हम सोच भी सकते नहीं
रहते सदा जो ईशमय, वे हैं कभी थकते नहीं

मूढ़ हैं वे मेष—बृष से जो न इतना जानते
अपने लिए,जग के लिए प्रभु को नहीं जो मानते
श्रृंखला है प्रार्थना उस सुनहली जंजीर की
सृष्टि है जिससे बंधी कपिला सदृश रघुवीर की ।

महेश चन्द्र त्रिपाठी

Language: Hindi
25 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from महेश चन्द्र त्रिपाठी
View all
You may also like:
जिन्दगी हमारी थम जाती है वहां;
जिन्दगी हमारी थम जाती है वहां;
manjula chauhan
दलित लेखक बिपिन बिहारी से परिचय कीजिए / MUSAFIR BAITHA
दलित लेखक बिपिन बिहारी से परिचय कीजिए / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
मोल
मोल
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
आजकल स्याही से लिखा चीज भी,
आजकल स्याही से लिखा चीज भी,
Dr. Man Mohan Krishna
*दर्शन शुल्क*
*दर्शन शुल्क*
Dhirendra Singh
ना तुमसे बिछड़ने का गम है......
ना तुमसे बिछड़ने का गम है......
Ashish shukla
गुलदानों में आजकल,
गुलदानों में आजकल,
sushil sarna
#करना है, मतदान हमको#
#करना है, मतदान हमको#
Dushyant Kumar
जिस तरीके से तुम हो बुलंदी पे अपने
जिस तरीके से तुम हो बुलंदी पे अपने
सिद्धार्थ गोरखपुरी
धनतेरस
धनतेरस
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
दस्त बदरिया (हास्य-विनोद)
दस्त बदरिया (हास्य-विनोद)
गुमनाम 'बाबा'
मंगल मय हो यह वसुंधरा
मंगल मय हो यह वसुंधरा
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
काव्य का आस्वादन
काव्य का आस्वादन
कवि रमेशराज
अज़ल से इंतजार किसका है
अज़ल से इंतजार किसका है
Shweta Soni
भ्रात-बन्धु-स्त्री सभी,
भ्रात-बन्धु-स्त्री सभी,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
क्या कहें
क्या कहें
Dr fauzia Naseem shad
पग मेरे नित चलते जाते।
पग मेरे नित चलते जाते।
Anil Mishra Prahari
सावन
सावन
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
अनचाहे फूल
अनचाहे फूल
SATPAL CHAUHAN
व्यक्तिगत अभिव्यक्ति
व्यक्तिगत अभिव्यक्ति
Shyam Sundar Subramanian
व्यथा दिल की
व्यथा दिल की
Devesh Bharadwaj
पावस
पावस
लक्ष्मी सिंह
2897.*पूर्णिका*
2897.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"बदल रही है औरत"
Dr. Kishan tandon kranti
विश्वकप-2023
विश्वकप-2023
World Cup-2023 Top story (विश्वकप-2023, भारत)
दिल धोखे में है
दिल धोखे में है
शेखर सिंह
मन में रख विश्वास,
मन में रख विश्वास,
Anant Yadav
लहू जिगर से बहा फिर
लहू जिगर से बहा फिर
Shivkumar Bilagrami
बदली मन की भावना, बदली है  मनुहार।
बदली मन की भावना, बदली है मनुहार।
Arvind trivedi
Loading...