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27 May 2024 · 1 min read

“ख्वाहिशें”

“ख्वाहिशें”
ख्वाहिशें इस कदर है,
अब तो जीना भी दूभर है।
अरमां दिल में आसमां छूने का,
मगर कटा हुआ तो पर है।

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