Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Feb 2017 · 1 min read

हृदय वीणा हो गया

जल उठे साथी तो मेरा चौड़ा सीना हो गया ।
ज्ञानगुरु-चौखट तथा श्रम का पसीना हो गया है।
आह! ना कि आपने फेका था जिस दिन गर्त में।
समय ने पुनि-पुनि सँवारा,हृदय वीणा हो गया।

बृजेश कुमार नायक
“जागा हिंदुस्तान चाहिए” एवं “क्रौंच सुऋषि आलोक” कृतियों के प्रणेता

Language: Hindi
626 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Pt. Brajesh Kumar Nayak
View all
You may also like:
मैं तो महज तकदीर हूँ
मैं तो महज तकदीर हूँ
VINOD CHAUHAN
लोकतंत्र का महापर्व
लोकतंत्र का महापर्व
Er. Sanjay Shrivastava
विश्वास
विश्वास
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
इस बुझी हुई राख में तमाम राज बाकी है
इस बुझी हुई राख में तमाम राज बाकी है
कवि दीपक बवेजा
रैन  स्वप्न  की  उर्वशी, मौन  प्रणय की प्यास ।
रैन स्वप्न की उर्वशी, मौन प्रणय की प्यास ।
sushil sarna
जनता के हिस्से सिर्फ हलाहल
जनता के हिस्से सिर्फ हलाहल
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
दीपावली त्यौहार
दीपावली त्यौहार
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
यह आखिरी खत है हमारा
यह आखिरी खत है हमारा
gurudeenverma198
मन की बात
मन की बात
पूर्वार्थ
रंगोत्सव की हार्दिक बधाई-
रंगोत्सव की हार्दिक बधाई-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
2401.पूर्णिका
2401.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
ज़िन्दगी का सफ़र
ज़िन्दगी का सफ़र
Sidhartha Mishra
'पिता'
'पिता'
पंकज कुमार कर्ण
दूर अब न रहो पास आया करो,
दूर अब न रहो पास आया करो,
Vindhya Prakash Mishra
💐प्रेम कौतुक-203💐
💐प्रेम कौतुक-203💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
201…. देवी स्तुति (पंचचामर छंद)
201…. देवी स्तुति (पंचचामर छंद)
Rambali Mishra
पीताम्बरी आभा
पीताम्बरी आभा
manisha
अंतिम पड़ाव
अंतिम पड़ाव
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
कहते हैं तुम्हें ही जीने का सलीका नहीं है,
कहते हैं तुम्हें ही जीने का सलीका नहीं है,
manjula chauhan
चुका न पाएगा कभी,
चुका न पाएगा कभी,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
विजय हजारे
विजय हजारे
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"ॐ नमः शिवाय"
Radhakishan R. Mundhra
इश्क समंदर
इश्क समंदर
Neelam Sharma
#दोहा...
#दोहा...
*Author प्रणय प्रभात*
*सदा गाते रहें हम लोग, वंदे मातरम् प्यारा (मुक्तक)*
*सदा गाते रहें हम लोग, वंदे मातरम् प्यारा (मुक्तक)*
Ravi Prakash
जिन्दगी के हर सफे को ...
जिन्दगी के हर सफे को ...
Bodhisatva kastooriya
🚩साल नूतन तुम्हें प्रेम-यश-मान दे।
🚩साल नूतन तुम्हें प्रेम-यश-मान दे।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
*अहंकार*
*अहंकार*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मोल
मोल
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
गीत
गीत
Shiva Awasthi
Loading...