Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Mar 2023 · 1 min read

‘पिता’

पिता
°°°°°

जो , जन का जन्मदाता है;
जो मन को , खूब भाता है;
प्यारा सा , जिससे नाता है;
वह ही ‘पिता’ कहलाता है।

जो,सदा जीना सिखाता है;
सांसारिक बात, बताता है;
घर-परिवार को, चलाता है;
वह ही, ‘पिता’ कहलाता है।

जो निज घर का , दाता है;
जो घर का , बड़ा ज्ञाता है;
पर घर हेतु , लुट जाता है;
वह ही ‘पिता’ कहलाता है।

जो, मुसीबत दूर भगाता है;
संतान को,इंसान बनाता है;
जिसके संग रहती ‘माता’ है;
वह ही, ‘पिता’ कहलाता है।
____________________

स्वरचित सह मौलिक;
✍️……..पंकज कर्ण
…….कटिहार(बिहार)

Language: Hindi
1 Like · 227 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from पंकज कुमार कर्ण
View all
You may also like:
अधूरा ज्ञान
अधूरा ज्ञान
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
त्याग
त्याग
Punam Pande
*भॅंवर के बीच में भी हम, प्रबल आशा सॅंजोए हैं (हिंदी गजल)*
*भॅंवर के बीच में भी हम, प्रबल आशा सॅंजोए हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
धरती का बेटा गया,
धरती का बेटा गया,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
एक ही तो, निशा बचा है,
एक ही तो, निशा बचा है,
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
कितनी प्यारी प्रकृति
कितनी प्यारी प्रकृति
जगदीश लववंशी
बिसुणी (घर)
बिसुणी (घर)
Radhakishan R. Mundhra
हिंदी सबसे प्यारा है
हिंदी सबसे प्यारा है
शेख रहमत अली "बस्तवी"
जो लोग धन को ही जीवन का उद्देश्य समझ बैठे है उनके जीवन का भो
जो लोग धन को ही जीवन का उद्देश्य समझ बैठे है उनके जीवन का भो
Rj Anand Prajapati
बदलती हवाओं की परवाह ना कर रहगुजर
बदलती हवाओं की परवाह ना कर रहगुजर
VINOD CHAUHAN
बुद्ध वचन सुन लो
बुद्ध वचन सुन लो
Buddha Prakash
🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
subhash Rahat Barelvi
23/182.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/182.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
💐प्रेम कौतुक-286💐
💐प्रेम कौतुक-286💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सृजन के जन्मदिन पर
सृजन के जन्मदिन पर
Satish Srijan
it's a generation of the tired and fluent in silence.
it's a generation of the tired and fluent in silence.
पूर्वार्थ
हिन्दी दोहा बिषय-
हिन्दी दोहा बिषय- "घुटन"
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
एक पंथ दो काज
एक पंथ दो काज
Dr. Pradeep Kumar Sharma
नील गगन
नील गगन
नवीन जोशी 'नवल'
*सुनकर खबर आँखों से आँसू बह रहे*
*सुनकर खबर आँखों से आँसू बह रहे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
■ गीत (दर्शन)
■ गीत (दर्शन)
*Author प्रणय प्रभात*
हम इतने सभ्य है कि मत पूछो
हम इतने सभ्य है कि मत पूछो
ruby kumari
प्रेम 💌💌💕♥️
प्रेम 💌💌💕♥️
डॉ० रोहित कौशिक
जब मैं मर जाऊं तो कफ़न के जगह किताबों में लपेट देना
जब मैं मर जाऊं तो कफ़न के जगह किताबों में लपेट देना
Keshav kishor Kumar
"Awakening by the Seashore"
Manisha Manjari
सावन का महीना
सावन का महीना
विजय कुमार अग्रवाल
आप और हम
आप और हम
Neeraj Agarwal
सुख -दुख
सुख -दुख
Acharya Rama Nand Mandal
बहुत कुछ था कहने को भीतर मेरे
बहुत कुछ था कहने को भीतर मेरे
श्याम सिंह बिष्ट
Loading...