खेलों का महत्व
खेलों का महत्व
मानसिक और शारीरिक विकास का खेलों से गहरा नाता है।
संघर्ष करना और जीतना भी हमको खेल ही तो सिखलाता है।।
सकारात्मक सोच से निहित खिलाड़ी सामाजिक ऊर्जा फैलाता है।
मन पर क़ाबू रखने का गुण उसको हर क्षेत्र में जीत दिलाता है।।
दृढ़ निश्चय और अटल इरादा उसको आत्मविश्वासी बनाता है।
इसीलिए जीवन के हर क्षेत्र में खिलाड़ी बस सर्वश्रेष्ठ कहलाता है।।
वैसे तो खेल प्रत्येक विद्यालय के पाठ्यक्रम का ज़रूरी हिस्सा है।
किंतु कितने विद्यालयों में खेलते बच्चे या ख़ानापूर्ति का क़िस्सा है।।
कहे विजय बिजनौरी खेल हर व्यक्ति के जीवन का हिस्सा होना चाहिये।
और हर व्यक्ति को जीवन में किसी ना किसी खेल को खेलना चाहिये।।
बच्चों को खिलाने की ज़िम्मेदारी देश में केवल मात पिता पर निर्भर है।
खेलने वाला बनता है श्रेष्ठ और जो नहीं खेलता हर क्षेत्र में केवल जर्जर है।।
विजय कुमार अग्रवाल
विजय बिजनौरी।