“खामोशी”
“खामोशी”
खामोशी भी
क्या गजब की चीज है?
खामोशी से डर लगता है
बंधी हुई मुट्ठी की तरह
जो होती है लाख की,
मगर
खुल गई तो खाक की।
“खामोशी”
खामोशी भी
क्या गजब की चीज है?
खामोशी से डर लगता है
बंधी हुई मुट्ठी की तरह
जो होती है लाख की,
मगर
खुल गई तो खाक की।