“ख़्वाहिशों की दुनिया”
“ख़्वाहिशों की दुनिया”
ख़्वाहिशों की दुनिया अजीब होती है,
जो हर वक्त दिल के करीब होती है;
ये गुजरती भी तो बस वहीं से है,
जहाँ राह में लटक रही सलीब होती है।
– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
“ख़्वाहिशों की दुनिया”
ख़्वाहिशों की दुनिया अजीब होती है,
जो हर वक्त दिल के करीब होती है;
ये गुजरती भी तो बस वहीं से है,
जहाँ राह में लटक रही सलीब होती है।
– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति