Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Apr 2024 · 1 min read

तुम

तुम
चंचल, सुकोमल
सुनयना, सुकुमार
कैसे बिताई रात मीठी नींद में
सपनों में रात
क्या देखा तुमने
कुछ याद भी रहा क्या
तुमको?
गहरी नींद का मधुर
कोई सपना
देखा क्या तुमने
रात भर कोई जगा
निहारता रहा बस
तुमको…. नींद में सोते
देखा करवटें बदलना तुम्हारा….
मुस्कराता लाज की लाली लिए
मुखड़ा तुम्हारा
कह रहा है बहुत कुछ
जो देखा होगा तुमने सपने में

हिमांशु Kulshrestha

25 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
यूँ मोम सा हौसला लेकर तुम क्या जंग जित जाओगे?
यूँ मोम सा हौसला लेकर तुम क्या जंग जित जाओगे?
'अशांत' शेखर
"कलयुग का दौर"
Dr. Kishan tandon kranti
बदल गए तुम
बदल गए तुम
Kumar Anu Ojha
एक शाम ठहर कर देखा
एक शाम ठहर कर देखा
Kunal Prashant
"आज़ादी के 75 सालों में
*Author प्रणय प्रभात*
तारीफ आपका दिन बना सकती है
तारीफ आपका दिन बना सकती है
शेखर सिंह
भय लगता है...
भय लगता है...
डॉ.सीमा अग्रवाल
प्रेम तुझे जा मुक्त किया
प्रेम तुझे जा मुक्त किया
Neelam Sharma
आवारगी मिली
आवारगी मिली
Satish Srijan
प्यार टूटे तो टूटने दो ,बस हौंसला नहीं टूटना चाहिए
प्यार टूटे तो टूटने दो ,बस हौंसला नहीं टूटना चाहिए
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
"राष्टपिता महात्मा गांधी"
Pushpraj Anant
हे कहाँ मुश्किलें खुद की
हे कहाँ मुश्किलें खुद की
Swami Ganganiya
सनातन
सनातन
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
इश्क़ में भी हैं बहुत, खा़र से डर लगता है।
इश्क़ में भी हैं बहुत, खा़र से डर लगता है।
सत्य कुमार प्रेमी
23/115.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/115.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हम पर कष्ट भारी आ गए
हम पर कष्ट भारी आ गए
Shivkumar Bilagrami
*सुंदर दिखना अगर चाहते, भजो राम का नाम (गीत)*
*सुंदर दिखना अगर चाहते, भजो राम का नाम (गीत)*
Ravi Prakash
धुंध छाई उजाला अमर चाहिए।
धुंध छाई उजाला अमर चाहिए।
Rajesh Tiwari
करुणा का भाव
करुणा का भाव
shekhar kharadi
संसार एक जाल
संसार एक जाल
Mukesh Kumar Sonkar
जीने के तकाज़े हैं
जीने के तकाज़े हैं
Dr fauzia Naseem shad
मास्टरजी ज्ञानों का दाता
मास्टरजी ज्ञानों का दाता
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"दूल्हन का घूँघट"
Ekta chitrangini
डर का घर / MUSAFIR BAITHA
डर का घर / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
जिन्दगी की किताब में
जिन्दगी की किताब में
Mangilal 713
*🌹जिसने दी है जिंदगी उसका*
*🌹जिसने दी है जिंदगी उसका*
Manoj Kushwaha PS
कोई हंस रहा है कोई रो रहा है 【निर्गुण भजन】
कोई हंस रहा है कोई रो रहा है 【निर्गुण भजन】
Khaimsingh Saini
बातें करते प्यार की,
बातें करते प्यार की,
sushil sarna
खुशियों को समेटता इंसान
खुशियों को समेटता इंसान
Harminder Kaur
वक़्त आने पर, बेमुरव्वत निकले,
वक़्त आने पर, बेमुरव्वत निकले,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
Loading...