ख़ामोशी
मेरी तुम्हारी कहानी में
किरदार तो वही है
बस कुछ पन्ने अधूरे हैं
कुछ जो कहा मैंने
और तुमने सुना ही नहीं
और कुछ वो सुना
जो मैंने कभी कहा नहीं
और शायद अब
ज़रूरत भी नहीं
मैंने कुछ कहना नहीं
तुमने कुछ सुनना नहीं
बर्फ सी खामोशी में
अब कुछ पिघलना नहीं