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27 Aug 2019 · 1 min read

बच्चों का मेला

सब बच्चों को मेले जाना है
खूब खिलौने लेकर आना है

उस ओर बनी झूलों की बस्ती
हो जाए अब मिल जुलकर मस्ती

मौत का कुआं वो काला जादू
दिल पर अपने तुम रखना काबू

पिज़्ज़ा, चाउमीन, टिक्की, बर्गर
खाना, लेकिन हर चीज़ संभलकर

भेलपुरी का होता अपना स्वाद
सारे बच्चों को रहता है याद

आओ चलते हैं हुनर दिखाने
दस रुपये में हैं चार निशाने

बर्फ का गोला हम चाहें हर बार
शुरू हुई फिर पापा की फटकार

© अरशद रसूल

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