“क्या है प्रेमपत्र?”
खोल देता जो
हृदय के सारे द्वार,
जोड़ देता जो
दिल से दिल के तार।
छुपा हुआ होता जिसमें
अनन्त-असीम प्यार,
कर जाता जो दिल से
भावनाओं का इजहार।
खुशबू आती जिससे
प्रेम की भीनी महक की,
आँच आती जिससे
दो दिलों की दहक की।
बन जाता जो कागज
स्वर्ण पत्र से बढ़कर,
कर जाता स्पर्श शब्द
दिल दरिया में डूबकर।
उसमें लिखे हर शब्द
सदा हृदय में रहते,
अन्तिम साँस तलक जो
कभी नहीं मरते।
-डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति +
श्रेष्ठ लेखक के रूप में विश्व रिकॉर्ड में दर्ज