Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Aug 2024 · 1 min read

” क्या जिये “

” क्या जिये ”
किसी से कुछ लिए नहीं
किसी को कुछ दिए नहीं
ऐसा जीवन जिये तो क्या जिये?

2 Likes · 2 Comments · 38 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
बगल में कुर्सी और सामने चाय का प्याला
बगल में कुर्सी और सामने चाय का प्याला
VINOD CHAUHAN
Ramal musaddas saalim
Ramal musaddas saalim
sushil yadav
गवाह तिरंगा बोल रहा आसमान 🇧🇴
गवाह तिरंगा बोल रहा आसमान 🇧🇴
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
इक उम्र जो मैंने बड़ी सादगी भरी गुजारी है,
इक उम्र जो मैंने बड़ी सादगी भरी गुजारी है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जो हैं आज अपनें..
जो हैं आज अपनें..
Srishty Bansal
वो इतनी ही हमारी बस सांझली
वो इतनी ही हमारी बस सांझली
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
NeelPadam
NeelPadam
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
गुरू वाणी को ध्यान से ,
गुरू वाणी को ध्यान से ,
sushil sarna
सपना
सपना
Chaahat
सारी जिंदगी कुछ लोगों
सारी जिंदगी कुछ लोगों
shabina. Naaz
महाराष्ट्र में शरद पवार और अजित पवार, बिहार में नीतीश कुमार
महाराष्ट्र में शरद पवार और अजित पवार, बिहार में नीतीश कुमार
*प्रणय प्रभात*
I never force anyone to choose me. If you think you can find
I never force anyone to choose me. If you think you can find
पूर्वार्थ
ग़ज़ल _ महकती जब ये मिट्टी प्यार की नींदें उड़ाती है ,
ग़ज़ल _ महकती जब ये मिट्टी प्यार की नींदें उड़ाती है ,
Neelofar Khan
*धन का नशा रूप का जादू, हुई शाम ढल जाता है (हिंदी गजल)*
*धन का नशा रूप का जादू, हुई शाम ढल जाता है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
बस यूँ ही
बस यूँ ही
Neelam Sharma
भाव गणित
भाव गणित
Shyam Sundar Subramanian
सबक
सबक
manjula chauhan
गजल सगीर
गजल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
गणतंत्र के मूल मंत्र की,हम अकसर अनदेखी करते हैं।
गणतंत्र के मूल मंत्र की,हम अकसर अनदेखी करते हैं।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
दिन को रात और रात को दिन बना देंगे।
दिन को रात और रात को दिन बना देंगे।
Phool gufran
किसी से कोई शिकायत नहीं
किसी से कोई शिकायत नहीं
Sonam Puneet Dubey
मुलाकात अब कहाँ
मुलाकात अब कहाँ
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
✍️ दोहा ✍️
✍️ दोहा ✍️
राधेश्याम "रागी"
माना सांसों के लिए,
माना सांसों के लिए,
शेखर सिंह
*जिंदगी* की रेस में जो लोग *.....*
*जिंदगी* की रेस में जो लोग *.....*
Vishal Prajapati
बाबा भीम आये हैं
बाबा भीम आये हैं
gurudeenverma198
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
प्रेरणा और पराक्रम
प्रेरणा और पराक्रम
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
किराये की कोख
किराये की कोख
Dr. Kishan tandon kranti
3579.💐 *पूर्णिका* 💐
3579.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Loading...