– कोरा सा जीवन मेरा –
– कोरा सा जीवन मेरा –
कोरा सा जीवन मेरा उसमे रंग भर दो,
आकर मेरे जीवन में मेरा जीवन संवर कर दो,
जिन्दगी पड़ी हैं
अधर झूल में,
उसको तुम बसर कर दो,
जीवन हो गया अस्त व्यस्त हमारा,
उसको तुम व्यवस्थित कर दो,
थक चुका हु इस दुनिया के ताने बाने से,
इस थके तन में फिर से वही जोश जुनून तुम भर दो,
दुनिया से डरने वाले अब तुम दूर हो जाओ मेरी नजरो से,
अगर नही है तुम्हे डर दुनिया का ,
तो मेरे संग तुम चल दो,
कोरा सा जीवन मेरा उसमे तुम रंग भर दो,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान