Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jan 2024 · 1 min read

– कोरा सा जीवन मेरा –

– कोरा सा जीवन मेरा –
कोरा सा जीवन मेरा उसमे रंग भर दो,
आकर मेरे जीवन में मेरा जीवन संवर कर दो,
जिन्दगी पड़ी हैं
अधर झूल में,
उसको तुम बसर कर दो,
जीवन हो गया अस्त व्यस्त हमारा,
उसको तुम व्यवस्थित कर दो,
थक चुका हु इस दुनिया के ताने बाने से,
इस थके तन में फिर से वही जोश जुनून तुम भर दो,
दुनिया से डरने वाले अब तुम दूर हो जाओ मेरी नजरो से,
अगर नही है तुम्हे डर दुनिया का ,
तो मेरे संग तुम चल दो,
कोरा सा जीवन मेरा उसमे तुम रंग भर दो,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान

Language: Hindi
41 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आज़ मैंने फिर सादगी को बड़े क़रीब से देखा,
आज़ मैंने फिर सादगी को बड़े क़रीब से देखा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
एकांत
एकांत
DR ARUN KUMAR SHASTRI
एक ऐसा मीत हो
एक ऐसा मीत हो
लक्ष्मी सिंह
दरक जाती हैं दीवारें  यकीं ग़र हो न रिश्तों में
दरक जाती हैं दीवारें यकीं ग़र हो न रिश्तों में
Mahendra Narayan
कारोबार
कारोबार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
पर्यावरण
पर्यावरण
Neeraj Agarwal
" टैगोर "
सुनीलानंद महंत
तेरी याद ......
तेरी याद ......
sushil yadav
#शेर
#शेर
*प्रणय प्रभात*
व्यवहारिक नहीं अब दुनियां व्यावसायिक हो गई है,सम्बंध उनसे ही
व्यवहारिक नहीं अब दुनियां व्यावसायिक हो गई है,सम्बंध उनसे ही
पूर्वार्थ
3132.*पूर्णिका*
3132.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
साक्षात्कार स्वयं का
साक्षात्कार स्वयं का
Pratibha Pandey
समंदर
समंदर
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
फिर आई बरसात फिर,
फिर आई बरसात फिर,
sushil sarna
मरा नहीं हूं इसीलिए अभी भी जिंदा हूं ,
मरा नहीं हूं इसीलिए अभी भी जिंदा हूं ,
Manju sagar
ऐसा क्यों होता है..?
ऐसा क्यों होता है..?
Dr Manju Saini
Even If I Ever Died
Even If I Ever Died
Manisha Manjari
बह्र - 2122 2122 212 फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन
बह्र - 2122 2122 212 फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन
Neelam Sharma
National Energy Conservation Day
National Energy Conservation Day
Tushar Jagawat
लू, तपिश, स्वेदों का व्यापार करता है
लू, तपिश, स्वेदों का व्यापार करता है
Anil Mishra Prahari
मैंने, निज मत का दान किया;
मैंने, निज मत का दान किया;
पंकज कुमार कर्ण
कम से कम..
कम से कम..
हिमांशु Kulshrestha
मैं खंडहर हो गया पर तुम ना मेरी याद से निकले
मैं खंडहर हो गया पर तुम ना मेरी याद से निकले
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
अपनी काविश से जो मंजिल को पाने लगते हैं वो खारज़ार ही गुलशन बनाने लगते हैं। ❤️ जिन्हे भी फिक्र नहीं है अवामी मसले की। शोर संसद में वही तो मचाने लगते हैं।
अपनी काविश से जो मंजिल को पाने लगते हैं वो खारज़ार ही गुलशन बनाने लगते हैं। ❤️ जिन्हे भी फिक्र नहीं है अवामी मसले की। शोर संसद में वही तो मचाने लगते हैं।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
धरा
धरा
Kavita Chouhan
मेरी खुशी वह लौटा दो मुझको
मेरी खुशी वह लौटा दो मुझको
gurudeenverma198
जीवन की परिभाषा क्या ?
जीवन की परिभाषा क्या ?
Dr fauzia Naseem shad
थोड़ी कोशिश,थोड़ी जरूरत
थोड़ी कोशिश,थोड़ी जरूरत
Vaishaligoel
* सुन्दर झुरमुट बांस के *
* सुन्दर झुरमुट बांस के *
surenderpal vaidya
नवरात्रि के चौथे दिन देवी दुर्गा के कूष्मांडा स्वरूप की पूजा
नवरात्रि के चौथे दिन देवी दुर्गा के कूष्मांडा स्वरूप की पूजा
Shashi kala vyas
Loading...