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2 May 2024 · 1 min read

ऐ दिल की उड़ान


दिल की उड़ान तू
अब थम जा
पल दो पल
किसी फूल की पत्ती पर
बैठकर
सुस्ता ले या
पेड़ की ही किसी
तने से निकली टहनी के
बिछौने पर
ताड़ के एक बड़े पत्ते में
खुद को लपेटकर
आंख मूंदकर
पल भर को तनिक
स्वप्नों की झीनी सी चादर ओढ़कर
सो जा।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
1 Like · 15 Views
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