Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jun 2023 · 1 min read

कैसे क्यों की दुविधा में सारा जीवन कट जाता है

कैसे अच्छा वक्ता भी हकलाने लग जाता है
क्यों मन को हल्का करना भी भारी बन जाता है।

कैसे भरी दोपहरी में भी बादल अंधेरा कर जाता है
क्यों सबके संग होने पर भी दिल तन्हा हो जाता है।

कैसे उसके बिन हँसना भी भारी लगता है
क्यों उसके रोने पर जीना मक्कारी लगता है।

कैसे हर हादसा उससे जुड़ने लग जाता है
क्यों ख़ुद में जीने वाला एहसासों में खो जाता है।

कैसे मिल में तुझसे दुनिया वो मुझको भटकाती है
क्यों घूम फिर कर चीजें सारी उस तक ही रुक जाती है।

कैसे रंग बिरंगी दुनियां में काला लुभाने लगता है
क्यों दौड़ती भागती ज़िन्दगी में आँसू भी पानी लगता है।

कैसे क्यों की दुविधा में सारा जीवन कट जाता है
क्यों एक चाहत की ख़ातिर इंसान जीना भूल जाता है।

Language: Hindi
87 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
तेज़
तेज़
Sanjay ' शून्य'
स्वास विहीन हो जाऊं
स्वास विहीन हो जाऊं
Ravi Ghayal
सबसे क़ीमती क्या है....
सबसे क़ीमती क्या है....
Vivek Mishra
अहा! जीवन
अहा! जीवन
Punam Pande
देव उठनी
देव उठनी
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
एक संदेश बुनकरों के नाम
एक संदेश बुनकरों के नाम
Dr.Nisha Wadhwa
जागे जग में लोक संवेदना
जागे जग में लोक संवेदना
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
नैतिकता की नींव पर प्रारंभ किये गये किसी भी व्यवसाय की सफलता
नैतिकता की नींव पर प्रारंभ किये गये किसी भी व्यवसाय की सफलता
Paras Nath Jha
हमनवा
हमनवा
Bodhisatva kastooriya
💐प्रेम कौतुक-428💐
💐प्रेम कौतुक-428💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
■ चातुर्मास
■ चातुर्मास
*Author प्रणय प्रभात*
कितना बदल रहे हैं हम ?
कितना बदल रहे हैं हम ?
Dr fauzia Naseem shad
सितम गर हुआ है।
सितम गर हुआ है।
Taj Mohammad
गालगागा गालगागा गालगागा
गालगागा गालगागा गालगागा
Neelam Sharma
प्रेम निवेश है-2❤️
प्रेम निवेश है-2❤️
Rohit yadav
क्या प्यार है तुमको हमसे
क्या प्यार है तुमको हमसे
gurudeenverma198
सामाजिक न्याय
सामाजिक न्याय
Shekhar Chandra Mitra
2322.पूर्णिका
2322.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
वो छोड़ गया था जो
वो छोड़ गया था जो
Shweta Soni
मुर्दे भी मोहित हुए
मुर्दे भी मोहित हुए
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
कभी मिलो...!!!
कभी मिलो...!!!
Kanchan Khanna
मोतियाबिंद
मोतियाबिंद
Surinder blackpen
कहते  हैं  रहती  नहीं, उम्र  ढले  पहचान ।
कहते हैं रहती नहीं, उम्र ढले पहचान ।
sushil sarna
महापुरुषों की सीख
महापुरुषों की सीख
Dr. Pradeep Kumar Sharma
छल फरेब की बात, कभी भूले मत करना।
छल फरेब की बात, कभी भूले मत करना।
surenderpal vaidya
गुरु और गुरू में अंतर
गुरु और गुरू में अंतर
Subhash Singhai
विद्यावाचस्पति Ph.D हिन्दी
विद्यावाचस्पति Ph.D हिन्दी
Mahender Singh
उसे तो आता है
उसे तो आता है
Manju sagar
"बेहतर दुनिया के लिए"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...