चुप्पी और गुस्से का वर्णभेद / मुसाफ़िर बैठा
दिल की दहलीज़ पर जब भी कदम पड़े तेरे।
💐प्रेम कौतुक-229💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
यूं हर हर क़दम-ओ-निशां पे है ज़िल्लतें
भय के कारण सच बोलने से परहेज न करें,क्योंकि अन्त में जीत सच
किसी को इतना मत करीब आने दो
“हिचकी " शब्द यादगार बनकर रह गए हैं ,
तू फितरत ए शैतां से कुछ जुदा तो नहीं है
हिन्दी पर विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बेचारा जमीर ( रूह की मौत )
हिंदी दोहा शब्द- घटना
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
आज दिवस है इश्क का, जी भर कर लो प्यार ।
इस महफ़िल में तमाम चेहरे हैं,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मातृभाषा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
*सीता-स्वयंवर : कुछ दोहे*
Mathematics Introduction .
मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
“बेवफा तेरी दिल्लगी की दवा नही मिलती”