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16 May 2024 · 1 min read

कृषक

बरसे सावन झूम के,कृषक दिखे खुशहाल।
बिन पानी के खेत सब,हो जाता बदहाल ‌।‌
हो जाता बदहाल, खेत जब सूखा रहता।
बारिश हो अति जोर,फसल पानी में बहता।
बादल गरजे जोर,कभी मत निकलो घर से।
घटा बड़ी घनघोर,झूम के सावन बरसे।
डी एन झा’दीपक’©

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