Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jan 2024 · 1 min read

हिंदी – दिवस

, हिंदी- दिवस
,,,, ,,,,,,,,,

वर्ष पचहत्तर बीत गये हैं ,
हमको यूँ आजाद हुए –
हिंदी – हिंदी चिल्लाते हैं,
मन में बड़ी उमंग लिए !

जिस भाषा को जन्म से बोला ,
उस पर ही अभिमान नहीं –
फिर पाया है जन्म कि जिस से ,
कैसे हो स्वाभिमान वही !

मन के घोड़े जो दौड़ा लो ,
मन दौड़ाओ तो जानें –
हिंदी दिवस पर जो कहते हो ,
उसे निभाओ तो जानें !

घर की मुर्गी दाल बराबर,
एक कहावत चल आई –
शायद इसीलिए “हिंदी” ने,
घर में ही इज्जत ना पाई !

कसमें खा-खा,पानी पी-पी,
बहुत दुहाई देते हो –
हिंदी हर भाषा की बिंदी,
बढ़-चढ़ कर ये कहते हो !

तुम्हीं कहो औ तुम्हीं नकारो,
कैसे काम चलेगा रे !
हिंदी पहनो हिंदी ओढ़ो-
तभी तो काम चलेगा रे !!
—————————————–‘
मौलिक चिंतन,आशुकवि
स्वरूप दिनकर
——————-

53 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
👗कैना👗
👗कैना👗
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
ফুলডুংরি পাহাড় ভ্রমণ
ফুলডুংরি পাহাড় ভ্রমণ
Arghyadeep Chakraborty
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Mai pahado ki darak se bahti hu,
Mai pahado ki darak se bahti hu,
Sakshi Tripathi
कभी-कभी कोई प्रेम बंधन ऐसा होता है जिससे व्यक्ति सामाजिक तौर
कभी-कभी कोई प्रेम बंधन ऐसा होता है जिससे व्यक्ति सामाजिक तौर
DEVSHREE PAREEK 'ARPITA'
पिछले पन्ने 4
पिछले पन्ने 4
Paras Nath Jha
#शर्माजीकेशब्द
#शर्माजीकेशब्द
pravin sharma
आँखों में उसके बहते हुए धारे हैं,
आँखों में उसके बहते हुए धारे हैं,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
*हुआ देश आजाद तिरंगा, लहर-लहर लहराता (देशभक्ति गीत)*
*हुआ देश आजाद तिरंगा, लहर-लहर लहराता (देशभक्ति गीत)*
Ravi Prakash
"घर की नीम बहुत याद आती है"
Ekta chitrangini
हम जो भी कार्य करते हैं वो सब बाद में वापस लौट कर आता है ,चा
हम जो भी कार्य करते हैं वो सब बाद में वापस लौट कर आता है ,चा
Shashi kala vyas
उन पुरानी किताबों में
उन पुरानी किताबों में
Otteri Selvakumar
राम नाम  हिय राख के, लायें मन विश्वास।
राम नाम हिय राख के, लायें मन विश्वास।
Vijay kumar Pandey
रजनी कजरारी
रजनी कजरारी
Dr Meenu Poonia
#ग़ज़ल-
#ग़ज़ल-
*Author प्रणय प्रभात*
वृक्षों की सेवा करो, मिलता पुन्य महान।
वृक्षों की सेवा करो, मिलता पुन्य महान।
डॉ.सीमा अग्रवाल
मत बांटो इंसान को
मत बांटो इंसान को
विमला महरिया मौज
তুমি এলে না
তুমি এলে না
goutam shaw
ठिठुरन
ठिठुरन
Mahender Singh
#Dr Arun Kumar shastri
#Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हृदय मे भरा अंधेरा घनघोर है,
हृदय मे भरा अंधेरा घनघोर है,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
संत गाडगे संदेश 5
संत गाडगे संदेश 5
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
*****जीवन रंग*****
*****जीवन रंग*****
Kavita Chouhan
2938.*पूर्णिका*
2938.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
💐प्रेम कौतुक-529💐
💐प्रेम कौतुक-529💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
वीर तुम बढ़े चलो!
वीर तुम बढ़े चलो!
Divya Mishra
ज़िन्दगी में हमेशा खुशियों की सौगात रहे।
ज़िन्दगी में हमेशा खुशियों की सौगात रहे।
Phool gufran
डा. तेज सिंह : हिंदी दलित साहित्यालोचना के एक प्रमुख स्तंभ का स्मरण / MUSAFIR BAITHA
डा. तेज सिंह : हिंदी दलित साहित्यालोचना के एक प्रमुख स्तंभ का स्मरण / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
ईमान धर्म बेच कर इंसान खा गया।
ईमान धर्म बेच कर इंसान खा गया।
सत्य कुमार प्रेमी
होलिका दहन
होलिका दहन
Buddha Prakash
Loading...