“किसी की नज़र ना लगे”
“किसी की नज़र ना लगे”
मैंने आज तलक आपको देखा नहीं
पर शायद आप बहुत खूबसूरत हैं
किसी की नजर ना लगे
बस यही सोचकर
पर्दे की ओट में छुपे हैं,
तेरा सोचना भी वाजिब है
उजाले में आने लायक
अब नहीं रह गई है ये दुनिया।
“किसी की नज़र ना लगे”
मैंने आज तलक आपको देखा नहीं
पर शायद आप बहुत खूबसूरत हैं
किसी की नजर ना लगे
बस यही सोचकर
पर्दे की ओट में छुपे हैं,
तेरा सोचना भी वाजिब है
उजाले में आने लायक
अब नहीं रह गई है ये दुनिया।