Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 May 2024 · 1 min read

काश!

तन थका- थका,
मन बुझा-बुझा,
नयनों से झलके
सिर्फ अवसाद।
जाने कहाॅं खोया
जीवन का मधु स्वाद?
एक सराय बना घर
सुबह शाम सफर
दोपहर में दफ्तर
रात में तेरी याद।
जाने कब कैसे
समय बना सैय्याद?
रीता नेह घट
दुख जीवन तट
अश्कों से होता
एक नया अनुवाद।
जाने क्यों उसे
सुनती नहीं फरियाद?
काश ! सुने वो
कोई गीत गुने वो
मन- वीणा पर छेड़े
मनभावन संवाद।
वीरान हुई बस्ती
फिर हो जाए आबाद।

—प्रतिभा आर्य
चेतन एनक्लेव
अलवर ( राजस्थान)

Language: Hindi
1 Like · 138 Views
Books from PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
View all

You may also like these posts

*होटल राजमहल हुए, महाराज सब आम (कुंडलिया)*
*होटल राजमहल हुए, महाराज सब आम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
चौपाई छंद गीत
चौपाई छंद गीत
seema sharma
विरह रस
विरह रस
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
ऐसी भी बरसात देखीं हैं
ऐसी भी बरसात देखीं हैं
Mahesh Tiwari 'Ayan'
छोड़ दो
छोड़ दो
Pratibha Pandey
जिंदगी
जिंदगी
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
हम सुख़न गाते रहेंगे...
हम सुख़न गाते रहेंगे...
डॉ.सीमा अग्रवाल
प्रणय
प्रणय
*प्रणय*
मां ! कहां हो तुम?
मां ! कहां हो तुम?
Ghanshyam Poddar
यह रात का अंधेरा भी, हर एक  के जीवन में अलग-अलग महत्व रखता ह
यह रात का अंधेरा भी, हर एक के जीवन में अलग-अलग महत्व रखता ह
Annu Gurjar
23/41.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/41.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Don't get hung up
Don't get hung up
पूर्वार्थ
मुदा एहि
मुदा एहि "डिजिटल मित्रक सैन्य संगठन" मे दीप ल क' ताकब तथापि
DrLakshman Jha Parimal
ख़्वाब तेरा, तेरा ख़्याल लिए,
ख़्वाब तेरा, तेरा ख़्याल लिए,
Dr fauzia Naseem shad
प्रभु का प्राकट्य
प्रभु का प्राकट्य
Anamika Tiwari 'annpurna '
*पुस्तक*
*पुस्तक*
Dr. Priya Gupta
33Win cung cấp các thể loại game nổi bật như cá cược thể tha
33Win cung cấp các thể loại game nổi bật như cá cược thể tha
Nhà cái 33WIN
"आंधी के पानी में" (In the Waters of Storm):
Dhananjay Kumar
फिर वही शाम ए गम,
फिर वही शाम ए गम,
ओनिका सेतिया 'अनु '
दुनियां कहे , कहे कहने दो !
दुनियां कहे , कहे कहने दो !
Ramswaroop Dinkar
हालात हैं सुधरते,,,, गज़ल
हालात हैं सुधरते,,,, गज़ल
Sarla Mehta
हमने दीवारों को शीशे में हिलते देखा है
हमने दीवारों को शीशे में हिलते देखा है
डॉ. दीपक बवेजा
देखा
देखा
sushil sarna
आप सभी सनातनी और गैर सनातनी भाईयों और दोस्तों को सपरिवार भगव
आप सभी सनातनी और गैर सनातनी भाईयों और दोस्तों को सपरिवार भगव
SPK Sachin Lodhi
अनुप्रास अलंकार
अनुप्रास अलंकार
नूरफातिमा खातून नूरी
🌹#तुम_मुझे_ढूंढ_लेना🌹
🌹#तुम_मुझे_ढूंढ_लेना🌹
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
सब अनहद है
सब अनहद है
Satish Srijan
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Dheerja Sharma
यूँ  तो  दुनिया  में  मेले  बहुत  हैं।
यूँ तो दुनिया में मेले बहुत हैं।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
"मशवरा"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...