Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
sushil sarna
33 Followers
Follow
Report this post
14 Jul 2024 · 1 min read
देखा
देखा
जो उम्र के दरीचों से
जिंदगी
झूठ का
तमाशा नजर आई
सुशील सरना / 14-7-24
Tag:
Quote Writer
Like
Share
87 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
दुलरि ओ ,धिया जानकी
श्रीहर्ष आचार्य
ये कैसे होगा कि तोहमत लगाओगे तुम और..
Shweta Soni
स्वतंत्रता दिवस पर विशेष
पूनम दीक्षित
2835. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
डमरू घनाक्षरी
Rambali Mishra
हां तुम दीवाने हो
Jyoti Roshni
मेरा सपना
Anil Kumar Mishra
"सिलसिला"
Dr. Kishan tandon kranti
sp, 136 मैं माइक का लाल
Manoj Shrivastava
सहारा...
Naushaba Suriya
श्रंगार
Vipin Jain
बाल कविता: मोटर कार
Rajesh Kumar Arjun
गीत- निभाएँ साथ इतना बस...
आर.एस. 'प्रीतम'
मेरा दामन भी तार- तार रहा
Dr fauzia Naseem shad
समाज और सोच
Adha Deshwal
बिटिया बड़ी हो गई
Deepesh Dwivedi
मैंने हमेशा खुद को अकेला ही पाया,
Ritesh Deo
दर्द भरी मुस्कान
ओनिका सेतिया 'अनु '
Success Story-2
Piyush Goel
आज़ सच को भी सच बोल दिया मैंने,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
गुज़ारिश है रब से,
Sunil Maheshwari
सत्य बदलकर झूठ में, लगा रहे हैं आग।
Arvind trivedi
तमाम रात वहम में ही जाग के गुज़ार दी
Meenakshi Masoom
மழையின் சத்தத்தில்
Otteri Selvakumar
नूतन वर्ष अभिनंदन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
*प्रभो हमें दो वह साहस हम, विजय दुष्ट पर पाऍं (गीत)*
Ravi Prakash
श्रीराम के चरणों में
Dr. P.C. Bisen
माँ बाप बिना जीवन
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
समयानुसार
*प्रणय*
रिश्तों की कसौटी
VINOD CHAUHAN
Loading...