काम आ ही गई बंदगी दोस्तों
काम आ ही गई बंदगी दोस्तों
ज़िंदगी खुशनुमा हो गयी दोस्तों
मोजिज़ा हो गया मिरी फ़िक्र में
लफ्ज़ करने लगे शाइरी दोस्तों
उसकी सौदागरी में ग़ज़ब बात थी
ज़िंदगी लेके दी ज़िंदगी दोस्तों
ये करिश्मा है उसके ही अहसास का
ज़हनों-दिल में हुई रौशनी दोस्तों
उसके होंटों प मैंने भी लब रख दिये
हा ओ हू फिर न उसकी चली दोस्तो